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साहिबगंज: गंगा में समाया हाइवा, प्रशासन ने बंद की फेरी सेवा

जिले के सकरिगली के समदा घाट पर फेरी सेवा बहाल है. गंगा के रास्ते व्यापारी बिहार और झारखंड की वस्तुओं का आदान-प्रदान करते हैं. यह सिलसिला रोजना चलता रहता है. लेकिन फेरी सेवा घाट पर एक बड़ा हादसा हो गया. मालवाहक जहाज एलसीटी पर ओवरलोड चिप्स लदा हाईवा चढ़ाते वक्त फिसल गया और देखते ही देखते गंगा की गहराई में समा गया.

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Published : Feb 28, 2019, 4:31 PM IST

Updated : Feb 28, 2019, 4:50 PM IST

जानकारी देते एसडीओ.

सहिबगंज: जिले के सकरिगली के समदा घाट पर फेरी सेवा बहाल है. गंगा के रास्ते व्यापारी बिहार और झारखंड की वस्तुओं का आदान-प्रदान करते हैं. यह सिलसिला रोजना चलता रहता है. लेकिन फेरी सेवा घाट पर एक बड़ा हादसा हो गया. मालवाहक जहाज एलसीटी पर ओवरलोड चिप्स लदा हाईवा चढ़ाते वक्त फिसल गया और देखते ही देखते गंगा की गहराई में समा गया.

जानकारी देते एसडीओ.

इस घटना के बाद फेरी सेवा प्रबंधक के इशारे पर सभी मालवाहक जहाज और यात्री जहाज सहिबगंज गंगा नदी से फरार हो गए. लोगों ने इशारों में बताया कि नदी में हाइवा डूबी हुई है. जो हाइवा गंगा नदी के गहराई में समाया वह महाराजपुर के अंसारी नामक व्यक्ति की है.

इस पूरे मामले पर एसडीओ ने बताया कि हाइवा गंगा में डूबी है, फिलहाल फेरी सेवा बंद कर दी गई है. जांच के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा. इस घटना के बाद कई ऐसे सवाल हैं जो हमें इस घटना के बारे में सोचने पर मजबूर कर देंगे. तीन-चार महीने पहले भी इसी जगह 4 हाइवा गंगा में समा गया था. जिसके बारे में आज तक न कुछ पता नहीं चल पाया और न उसमें मरने वालों की पुष्टि हुई.

सहिबगंज: जिले के सकरिगली के समदा घाट पर फेरी सेवा बहाल है. गंगा के रास्ते व्यापारी बिहार और झारखंड की वस्तुओं का आदान-प्रदान करते हैं. यह सिलसिला रोजना चलता रहता है. लेकिन फेरी सेवा घाट पर एक बड़ा हादसा हो गया. मालवाहक जहाज एलसीटी पर ओवरलोड चिप्स लदा हाईवा चढ़ाते वक्त फिसल गया और देखते ही देखते गंगा की गहराई में समा गया.

जानकारी देते एसडीओ.

इस घटना के बाद फेरी सेवा प्रबंधक के इशारे पर सभी मालवाहक जहाज और यात्री जहाज सहिबगंज गंगा नदी से फरार हो गए. लोगों ने इशारों में बताया कि नदी में हाइवा डूबी हुई है. जो हाइवा गंगा नदी के गहराई में समाया वह महाराजपुर के अंसारी नामक व्यक्ति की है.

इस पूरे मामले पर एसडीओ ने बताया कि हाइवा गंगा में डूबी है, फिलहाल फेरी सेवा बंद कर दी गई है. जांच के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा. इस घटना के बाद कई ऐसे सवाल हैं जो हमें इस घटना के बारे में सोचने पर मजबूर कर देंगे. तीन-चार महीने पहले भी इसी जगह 4 हाइवा गंगा में समा गया था. जिसके बारे में आज तक न कुछ पता नहीं चल पाया और न उसमें मरने वालों की पुष्टि हुई.

Intro:फेरी सेवा घाट पर ओवरलोड हाईवा एलसीटी पर चढ़ाने दरमियान गंगा में जा गिरा। ड्राइवर और खलासी लापता,प्रशासन फेरी सेवा किया बंद।
स्टोरी-सहिबगंज- जिले के सकरिगली के समदा घाट पर फेरी सेवा बहाल है गंगा रास्ते ब्यापारी दो राज्य बिहार और झारखंड बस्तुओं का आदान प्रदान करते है और यात्री भी इस फेरी सेवा घाट से आना जाना लगा रहता है। यह शिलशिला रोजना चलता रहता है।
लेकिन आज फ़ेरी सेवा घाट पर बहुत बड़ा हादसा हो गया । मालवाहक जहाज एलसीटी पर ओवरलोड चिप्स लदा हाईवा चढ़ाते बक्त फिसल गया और गंगा की गहराई में देखते देखते समा गया।और क्या था फेरी सेवा प्रबंधक के इशारे पर सभी मालवाहक जहाज और यात्री जहाज सहिबगंज गंगा नदी से फरार हो गया।
लोगों की भीड़ ने इशारों से बताया कि गंगा के बीच मे डीजल तेल निकल रहा है यही पर हाईवा डूबी हुई है। क्योंकि गंगा का पानी साफ है लेकिन गंगा के अंदर तेल रिस रहा है और लंबा रेखा बता रहा है हाईवा यही है। हाईवा गंगा नदी के गहराई में चला गया है। हाईवा महाराजपुर के अंसारी नामक ब्यक्ति की है।
सदर एसडीओ ने बताया कि प्राप्त सूचना पर पता चला कि हाईवा गंगा में डूबी हुई है फिलहाल फेरी सेवा को बंद किया जाता है और आफिस को सील किया जाता है आवस्यक कागजात के जांच के उपरांत ही कोई निर्णय लिया जाएगा साथ ही परिवहन के मानक का फेरी घाट पर कितना पालन होता है यह भी देखना होगा।
ड्राइवर और खलासी का लापता मसमले मद एसडीओ ने कहा कि जांच के बाद पता चला कि किसी के मरने की खबर नही है लेकिन पत्रकार को नसीहत दी डॉली की यदि आपके पास किसी प्रकार सबूत है तो दिखाए।
बाइट-पंकज कुमार साह,एसडीओ,सहिबगंज सदर
सवाल (1)क्या हाईवा अपने आप एलसीटी पर चढ़ रहा था।
(2) यदि नही तो ड्राइवर कहा है साथ मे खलासी।
(3) हाईवा का मालिक कौन है क्या मालिक तो स्वम ड्राइव नही कर रहा था।
(4) तीन /चार महीना पहले भी इसी जगह 4 हाईवा गंगा में समा गया था। लेकिन अभी तक न हाईवा को निकाला गया और न उसमे मरने वालों कक पुष्टि हुई।
(5) पूर्व की घटना से जिला प्रशासन और फेरी सेवा प्रबंधक सिख क्यो नही लिया कि आज फिर से कहानी दोहराया गया।
(6) आखिर गलती कहा हो रही है या बंद कमरे में सब कुछ ठीक हो जाता है। सवाल बहुत है। एक दिन ऐसा न हो जाय कि हजारो यात्री की जान चली जाय।तब जाकर प्रशाशन की नींद खुलेगी।



Body:फेरी सेवा घाट पर ओवरलोड हाईवा एलसीटी पर चढ़ाने दरमियान गंगा में जा गिरा। ड्राइवर और खलासी लापता,प्रशासन फेरी सेवा किया बंद।
स्टोरी-सहिबगंज- जिले के सकरिगली के समदा घाट पर फेरी सेवा बहाल है गंगा रास्ते ब्यापारी दो राज्य बिहार और झारखंड बस्तुओं का आदान प्रदान करते है और यात्री भी इस फेरी सेवा घाट से आना जाना लगा रहता है। यह शिलशिला रोजना चलता रहता है।
लेकिन आज फ़ेरी सेवा घाट पर बहुत बड़ा हादसा हो गया । मालवाहक जहाज एलसीटी पर ओवरलोड चिप्स लदा हाईवा चढ़ाते बक्त फिसल गया और गंगा की गहराई में देखते देखते समा गया।और क्या था फेरी सेवा प्रबंधक के इशारे पर सभी मालवाहक जहाज और यात्री जहाज सहिबगंज गंगा नदी से फरार हो गया।
लोगों की भीड़ ने इशारों से बताया कि गंगा के बीच मे डीजल तेल निकल रहा है यही पर हाईवा डूबी हुई है। क्योंकि गंगा का पानी साफ है लेकिन गंगा के अंदर तेल रिस रहा है और लंबा रेखा बता रहा है हाईवा यही है। हाईवा गंगा नदी के गहराई में चला गया है। हाईवा महाराजपुर के अंसारी नामक ब्यक्ति की है।
सदर एसडीओ ने बताया कि प्राप्त सूचना पर पता चला कि हाईवा गंगा में डूबी हुई है फिलहाल फेरी सेवा को बंद किया जाता है और आफिस को सील किया जाता है आवस्यक कागजात के जांच के उपरांत ही कोई निर्णय लिया जाएगा साथ ही परिवहन के मानक का फेरी घाट पर कितना पालन होता है यह भी देखना होगा।
ड्राइवर और खलासी का लापता मसमले मद एसडीओ ने कहा कि जांच के बाद पता चला कि किसी के मरने की खबर नही है लेकिन पत्रकार को नसीहत दी डॉली की यदि आपके पास किसी प्रकार सबूत है तो दिखाए।
बाइट-पंकज कुमार साह,एसडीओ,सहिबगंज सदर


सवाल (1)क्या हाईवा अपने आप एलसीटी पर चढ़ रहा था।
(2) यदि नही तो ड्राइवर कहा है साथ मे खलासी।
(3) हाईवा का मालिक कौन है क्या मालिक तो स्वम ड्राइव नही कर रहा था।
(4) तीन /चार महीना पहले भी इसी जगह 4 हाईवा गंगा में समा गया था। लेकिन अभी तक न हाईवा को निकाला गया और न उसमे मरने वालों कक पुष्टि हुई।
(5) पूर्व की घटना से जिला प्रशासन और फेरी सेवा प्रबंधक सिख क्यो नही लिया कि आज फिर से कहानी दोहराया गया।
(6) आखिर गलती कहा हो रही है या बंद कमरे में सब कुछ ठीक हो जाता है। सवाल बहुत है। एक दिन ऐसा न हो जाय कि हजारो यात्री की जान चली जाय।तब जाकर प्रशाशन की नींद खुलेगी।



Conclusion:द्घ
Last Updated : Feb 28, 2019, 4:50 PM IST
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