साहिबगंज: गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है. केंद्रीय जल आयोग (CWC) के रिपोर्ट के अनुसार साहिबगंज में एक बार फिर से गंगा वार्निंग लेवल को पार कर गई है. बनारस से लेकर फरक्का तक गंगा का जलस्तर में बढ़ोतरी देखा जा रहा है. हथिदा, मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव और साहिबगंज में गंगा वार्निंग लेवल से पार कर खतरे के निशान की तरफ बढ़ने लगी है.
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साहिबगंज में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. दियारा क्षेत्र जलमग्न होने लगा है. बाढ़ आने के डर से किसान दहशत में जी रहे हैं. खेतों में बोया हुआ कलाई डूब गया है. वहीं मक्के और गेहूं के लिए खेती योग्य जमीन फिर से डूबने के कारण बुआई में काफी देरी हो सकती है. जिससे फसल अच्छी नहीं होगी, क्योंकि छठ पूजा के बाद गेहूं की बुआई शुरू हो जाती है. लेकिन एक बार फिर से किसानों के खेत जलमग्न हो गए हैं.
किसानों का खेत हुआ जलमग्न
किसानों का कहना है कि 30 हजार रुपये बीघा की लागत से परवल और मक्के का फसल लगाया था. लेकिन इस बार फिर से गंगा का जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई है. खेतों में पानी घुस गया है. छठ पूजा के बाद रबी फसल की बुआई शुरू हो जाती है. लेकिन पूरा दियारा क्षेत्र जलमग्न होने लगा है. कलई की फसल भी डूब गया है. यह खेती बड़े पैमाने पर कीचड़ में किया जाता है.
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गंगा के जलस्तर पर एक नजर
1. गंगा के खतरे का निशान 27.25 मीटर है
2. वार्निंग लेवल- 26.25 मीटर है
3. वर्तमान लेवल गंगा का लेवल- 26.49 मीटर है
4. गंगा वर्णिंग लेवल से 0.24 CM ऊपर बह रही है
5. शुक्रवार को CWC के रिपोर्ट के पूर्वानुमान के अनुसार गंगा 26.60 मीटर तक पहुंचने का अनुमान है