साहिबगंज: पितृपक्ष में कुल के वंशज की तरफ से गंगा किनारे तर्पण करने को भीड़ उमड़ी रही. विधि विधान से तर्पण कर अपने पूर्वजों से सुख शांति, समृद्धि की कामना की गई. भारत वर्ष में हिन्दू रीति रिवाज और धर्म कांड में पितृ पक्ष का महत्वपूर्ण स्थान है. इस अवधि में अपने पितरो को पिंडदान करने और जल मात्र दे देने से आत्मा की शांति मिलती है. ऐसी मान्यता है जब कोई कुल का बेटा, बेटी या पौत्र जब पितृ तर्पण करता है तब पितृ दोष खत्म होता है.
पितृपक्ष पर करना चाहिए तर्पण
पुरोहित ने कहा कि इस पितृपक्ष में अपने पूर्वजों का तर्पण हर किसी को करना चाहिए. इस समय पूर्वज, माता-पिता धरती पर आ जाते हैं और प्यासे रहते हैे. उम्मीद करते हैं कि कोई कुल का आए और हमें तर्पण करे ताकि हमें शांति मिले. तर्पण कर रहे एक स्थानीय ने कहा कि इस युग में तर्पण कर ही हम सुख शांति से रह सकते हैं. हमें समय निकालकर तर्पण करना चाहिए.