साहिबगंज: जिले के बोरियो थाना क्षेत्र से अपहृत अनाज व्यवसायी अरुण साह की 28 जून को हत्या कर दी गई थी. व्यवसायी की अपहरण के बाद हत्या के पीछे नेशनल संताल लिबरेशन आर्मी के हाथ सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पुलिस ने संगठन के महिला सदस्य सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
पिछले दिनों बोरियो थाना अंतर्गत मोती पहाड़ के रहने वाले व्यवसायी अरुण साह का अपहरण हो गया था. अपहरणकर्ता लगातार परिजन से संपर्क कर 30 लाख की डिमांड कर रहे थे और नहीं मिलने पर जान से मारने की धमकी दी थी. जिसके बाद बरहड़वा एसडीपीओ के नेतृत्व में चार थाना की टीम की सहयोग से सर्च अभियान चलाया जा रहा था. इसी कड़ी में बीते शनिवार को बरहेट थाना के एएसआई को अपराधियों ने गोली मार दी थी. जिसे रांची मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रविवार सुबह अपहरणकर्ताओं ने अंतिम बार परिजन से बात कर फिरौती की मांग की थी और फिरौती की रकम नहीं देने पर व्यवसायी को जान मारने की धमकी दी थी. जिसके बाद बरमसिया के पास खेत में अपह्रत व्यवसायी अरुण साह का शव मिला और परिजनों ने पहचान कर उसकी पुष्टि की.
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साहिबगंज पुलिस ने मामले में एसआईटी गठित कर लगातार छापेमारी कर रही थी. इसी क्रम में मंगलवार को अपहरण कांड और हत्या मामले के मास्टरमाइंड को पकड़ने में साहिबगंज पुलिस को सफलता मिली है. अपहरणकर्ताओं का साथ देने और परिजन से संपर्क कराने का काम करने वाली एक महिला समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामले की जानकारी देते हुए एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी अपराधी नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी के सदस्य हैं. इन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. वहीं, अपहरण और हत्याकांड का मुख्य अपराधी अभी भी गिरफ्त से बाहर है, लेकिन बहुंत जल्द ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी. गिरफ्तार अभियुक्तों में चांद मुर्मू, किशुन सोरेन, विनोद हांसदा और प्रमिला हेम्ब्रम शामिल है.