साहिबगंजः इस बार मानसून की देरी के बाद किसानों को प्रशासन की लापरवाही भी सहनी पड़ी. जिले में किसानों को लेम्पस से अनुदान में बीज नहीं मिले. जिससे किसानों को अपने पैसों से बीज खरीद कर खेती करनी पड़ी.
किसानों का कहना है कि समय से पहले लेम्पस में बीज आ जाता तो बहुत राहत मिलती. इस महंगाई में ऊंचे दाम में बीज खरीदकर बोना मजबूरी थी. सरकार और जिला प्रशासन हर साल इसी तरह की लापरवाही दिखाती है.
वहीं, कृषि पदाधिकारी का कहना है कि लोकसभा चुनाव की वजह से विलंब हो गया. रांची में धान की खरीदारी के लिए टेंडर में देरी हुई. सभी जिले को टारगेट दिया गया. उन्होंने कहा कि साहिबगंज में बीज आने से पहले बारिश हुई. जिससे किसानों ने लेम्पस में बीज नहीं आने से बाजार से खरीदकर बुआई की.
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डीएओ ने कहा कि जिले में 12 ऐसे लेम्पस है, जो एक्टिव हैं. लेकिन सभी लेम्पस ने बीज उठाव करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि लेम्पस प्रबंधक को डर सता रहा है कि बीज की खरीदारी करने के बाद बीज की बिक्री नहीं हो पाएगी. जिस वजह से कोई भी बीज का उठाव नहीं करना चाहता.