साहिबगंज: जिले में रबी फसल की बुआई तेजी से जारी है. दुर्गा पूजा के बाद किसान अपने खेतों की साफ-सफाई कर खेती करने में जुट गये हैं. गंगा के किनारे 83 किमी क्षेत्र में लगभग 25 प्रतिशत गेहूं की खेती हुई है. दिन-रात खेतों में ट्रैक्टरों से जुताई चल रही है. किसान खुले बाजार में खाद्य विक्रेताओं से ऊंचे दामों पर गेहूं, बीज और उर्वरक खरीद रहे हैं.
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किसान हर हाल में अनुकूल मौसम का लाभ उठाना चाहते हैं. क्योंकि कृषि विज्ञान केंद्र ने रबी फसल के लिए 25 नवंबर तक ही अनुकूल मौसम का अनुमान लगाया है. उसके बाद अधिक ठंड पड़ने की संभावना है या ठंड के कारण फसल प्रभावित हो सकती है. प्रत्येक वर्ष राज्य सरकार द्वारा जिले को समय से पहले अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया जाता था. लेकिन इस बार लैंपस से बीज नहीं मिलने से किसान निराश हैं. किसान को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.
लैंपस में देर से बीज मिलने पर किसानों को लाभ से वंचित होना पड़ सकता है. इस बार लैम्पस से अभी तक बीज नहीं मिलने के कारण किसान खुले बाजार में खाद्य विक्रेताओं से बीज खरीदने को मजबूर हैं. गेहूं का बीज 1700 से 1800 तक मिल रहा है. किसानों का कहना है कि अगर यह बीज लैंपस से मिलता तो अनुदान पर आधी कीमत पर मिल जाता. इससे किसानों को राहत मिलती. देर से बीज आने तक रोपाई खत्म हो जाएगी. सरकार को इस बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए.
क्या कहते हैं अधिकारी : जिला कृषि पदाधिकारी प्रमोद एक्का ने कहा कि त्योहार के बाद लैंपस के माध्यम से गेहूं का बीज मिलना शुरू हो जायेगा. क्लस्टर स्तर पर भी खेती के लिए गेहूं के बीज मुफ्त मिलने लगेंगे. किसान को थोड़ी परेशानी हो रही है. आवंटन के लिए डीडी बनाकर भेज दिया गया है. राज्य सरकार द्वारा बीज भेजते ही वितरण का कार्य प्रारंभ हो जायेगा. फिलहाल रबी फसल के लिए मौसम अनुकूल है.
बाजार में गेंहू और खाद का कीमत:
- गेंहू का बीज - 1700 से 1800 रुपया प्रति 40 किलो पैकेट
- पोटाश खाद - 1700 रुपया प्रति 50 किलो
- डीएपी - 1750 रुपया प्रति 50 किलो
- यूरिया - 400 रुपया प्रति किलो