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आम बजट पर झारखंड के किसान नेताओं की अलग-अलग राय, जानें किसने क्या कहा - किसान नेताओं की राय

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में वर्ष 2022-23 के लिए आम बजट पेश किया. बजट में किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए क्या कुछ किया गया है उसको लेकर हमने जब झारखंड कि किसान नेताओं से बात की गई तो मिलीजुली राय सामने आई.

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
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Published : Feb 1, 2022, 11:12 PM IST

Updated : Feb 2, 2022, 12:04 PM IST

रांची: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वर्ष 2022-23 के लिए आम बजट पेश किया. बजट में किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए क्या कुछ किया गया है उसको लेकर हमने जब झारखंड कि किसान नेताओं से बात की गई तो मिलीजुली राय सामने आई.


ये भी पढ़ें-Budget 2022: Urban Planning में मूलभूत परिवर्तन के लिए बनेगी उच्च स्तरीय समिति


सीपीआईएम के किसान नेता वीरेंद्र कुमार ने कहा कि 2022- 23 का जो केंद्रीय बजट पेश किया गया है वह किसान और गरीब विरोधी है. किसान नेता वीरेंद्र कुमार ने बताया कि स्वामीनाथन आयोग ने सरकार को जो सुझाव दिया था जिसमें लागत के अनुसार डेढ़ गुना ज्यादा मुनाफे की बात कही थी. उस पर भी बजट में कोई प्रस्ताव नहीं है. वहीं जो किसान आंदोलन में शहीद हुए हैं उनके मुआवजे को लेकर भी इस बजट में कहीं कोई चर्चा नहीं की गई है.

वहीं किसान नेता जनार्दन प्रसाद का कहना है कि इस बजट में एमएसपी पर कोई चर्चा नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि किसानों को पेस्टिसाइड एवं कृषि योग्य सामान में सब्सिडी की जरूरत थी, वह भी लोगों को नहीं मिली. किसानों के साथ यह बजट एक तरह से विश्वासघात है. वहीं किसान नेता राजेश कुमार सिंह का कहना था कि देश के प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री द्वारा किसानों को बड़ी सौगात दी गई है. क्योंकि वर्तमान सरकार ही किसानों के बेहतर भविष्य पर सोच सकती है. इसीलिए वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट किसानों के हित में है.

अम बजट पर प्रतिक्रिया

रांची: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वर्ष 2022-23 के लिए आम बजट पेश किया. बजट में किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए क्या कुछ किया गया है उसको लेकर हमने जब झारखंड कि किसान नेताओं से बात की गई तो मिलीजुली राय सामने आई.


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सीपीआईएम के किसान नेता वीरेंद्र कुमार ने कहा कि 2022- 23 का जो केंद्रीय बजट पेश किया गया है वह किसान और गरीब विरोधी है. किसान नेता वीरेंद्र कुमार ने बताया कि स्वामीनाथन आयोग ने सरकार को जो सुझाव दिया था जिसमें लागत के अनुसार डेढ़ गुना ज्यादा मुनाफे की बात कही थी. उस पर भी बजट में कोई प्रस्ताव नहीं है. वहीं जो किसान आंदोलन में शहीद हुए हैं उनके मुआवजे को लेकर भी इस बजट में कहीं कोई चर्चा नहीं की गई है.

वहीं किसान नेता जनार्दन प्रसाद का कहना है कि इस बजट में एमएसपी पर कोई चर्चा नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि किसानों को पेस्टिसाइड एवं कृषि योग्य सामान में सब्सिडी की जरूरत थी, वह भी लोगों को नहीं मिली. किसानों के साथ यह बजट एक तरह से विश्वासघात है. वहीं किसान नेता राजेश कुमार सिंह का कहना था कि देश के प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री द्वारा किसानों को बड़ी सौगात दी गई है. क्योंकि वर्तमान सरकार ही किसानों के बेहतर भविष्य पर सोच सकती है. इसीलिए वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट किसानों के हित में है.

अम बजट पर प्रतिक्रिया
Last Updated : Feb 2, 2022, 12:04 PM IST
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