साहिबगंज: आज(1 अक्टूबर) अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस है. इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले के वृद्ध आश्रम में रह रहे सभी बुजुर्गों के बीच जागरूकता कार्यक्रम किया गया. इस कार्यक्रम में सिविल सर्जन की तरफ से सभी बुजुर्गों को माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया. कार्यक्रम में सभी बुजुर्गों को आश्वस्त किया गया कि स्वास्थ्य संबंधित कोई भी समस्या उत्पन्न होती है उसे प्राथमिकता के तौर पर देखरेख किया जाएगा. स्वस्थ रहने का मूल मंत्र भी दिया गया. इस अवसर पर एक फिटनेस गाइड किताब का विमोचन किया गया.
21 बुजुर्ग हैं आश्रम में
जिले के बड़ी झरना के पास 24 बेड का वृद्ध आश्रम बना है. इसकी शुरुआत वर्ष 2019 में हुई थी. अभी वर्तमान में 21 बुजुर्ग रह रहे हैं. इस वृद्ध आश्रम को जीपीवीएस नाम की संस्था चलाती है. समाज कल्याण विभाग इसकी मॉनिटरिंग करता है. ईटीवी भारत की टीम ने जब बुजुर्गों से बात की तो पता चला कि कोई अपनों के द्वारा सताए हुए हैं तो किसी की कोई संतान नहीं है. कोई दिव्यांग है तो किसी ने अपना दिमागी संतुलन को दिया है.
बुजुर्गों के लिए सभी सुविधाएं
बुजुर्गों ने बताया कि वृद्ध आश्रम अगर नहीं रहता तो कब का दम तोड़ चुके होते. हर सुख-सुविधा यहां उपलब्ध है. समय पर भोजन मिलता है. बिजली है और मनोरंजन करने के लिए एक टीवी भी लगाया गया है. सुबह में नाश्ता, दोपहर और रात में भोजन मिलता है. यहां किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. यहां के सभी स्टाफ अच्छे हैं. समय-समय पर मेडिकल टीम भी आकर स्वास्थ्य जांच करती है.
सिविल सर्जन ने कहा कि वृद्ध आश्रम में रह रहे बुजुर्ग किसी न किसी समस्या से मजबूर हैं. लेकिन, खुशी है कि अपने गम भुलाकर साथ में अच्छे से रह रहे हैं. इनके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या का निदान तुरंत किया जाएगा.