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शिक्षा विभाग की लापरवाही से सरकार को लगा 60 लाख का चूना, 24 शिक्षकों को गलत प्रमोशन देने का मामला

साहिबगंज में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. जहां 24 शिक्षकों को गलत तरीके से प्रोन्नति देकर पे स्केल 4,600 से बढ़ाकर 4,800 रुपया कर दिया. इससे वर्तमान समय में 60 लाख से अधिक सरकार को चूना लगा है.

Education Department, शिक्षा विभाग
जिला शिक्षा अधीक्षक का कार्यालय
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Published : Mar 19, 2020, 6:12 PM IST

साहिबगंज: शिक्षा विभाग की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है. जिला शिक्षा स्थापना समिति ने विज्ञान कोटि में 24 शिक्षकों को गलत तरीके से प्रोन्नति देकर पे स्केल 4,600 से बढ़ाकर 4,800 रुपया कर दिया. जबकि 1988 में विषयवार शिक्षकों की बहाली नहीं हुई थी लेकिन जिला शिक्षा विभाग की लापरवाही से गलत तरीके से प्रमोशन और सैलरी दी गाई, जिसमें सरकार को 60 लाख से अधिक का चूना लगा है.

देखें पूरी खबर

शिक्षा विभाग के उड़े होश

इस बारे में शिक्षकों का कहना है कि सरकार का ऐसा कोई मापदंड नहीं था. सीनियरिटी के आधार पर सूची बनाकर प्रमोशन देने की बात थी लेकिन शिक्षा विभाग पर कुछ बिचौलिया नेता हावी हैं. यह काम वे लोग अधिकारियों को विश्वास में लेकर अलग सूची बनवा दे रहे हैं. जब जिला शिक्षा सचिव ने साहिबगंज जिला शिक्षा अधीक्षक से जवाब तलब किया गया तो शिक्षा विभाग के होश उड़ गए.

ये भी पढ़ें- बढ़ सकती है पूर्व मंत्री एनोस एक्का की मुश्किलें, मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 मार्च को फैसला

सरकार को 60 लाख से अधिक का चूना

वर्तमान समय में 60 लाख से अधिक सरकार को चूना लगा है और शिक्षा अधीक्षक अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि हमारे पहले जो अधिकारी थे उन्होंने लापरवाही की है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. शिक्षा सचिव ने गबन का मामला बताते हुए इस रिकवरी करने का आदेश दिया है.

साहिबगंज: शिक्षा विभाग की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है. जिला शिक्षा स्थापना समिति ने विज्ञान कोटि में 24 शिक्षकों को गलत तरीके से प्रोन्नति देकर पे स्केल 4,600 से बढ़ाकर 4,800 रुपया कर दिया. जबकि 1988 में विषयवार शिक्षकों की बहाली नहीं हुई थी लेकिन जिला शिक्षा विभाग की लापरवाही से गलत तरीके से प्रमोशन और सैलरी दी गाई, जिसमें सरकार को 60 लाख से अधिक का चूना लगा है.

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शिक्षा विभाग के उड़े होश

इस बारे में शिक्षकों का कहना है कि सरकार का ऐसा कोई मापदंड नहीं था. सीनियरिटी के आधार पर सूची बनाकर प्रमोशन देने की बात थी लेकिन शिक्षा विभाग पर कुछ बिचौलिया नेता हावी हैं. यह काम वे लोग अधिकारियों को विश्वास में लेकर अलग सूची बनवा दे रहे हैं. जब जिला शिक्षा सचिव ने साहिबगंज जिला शिक्षा अधीक्षक से जवाब तलब किया गया तो शिक्षा विभाग के होश उड़ गए.

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सरकार को 60 लाख से अधिक का चूना

वर्तमान समय में 60 लाख से अधिक सरकार को चूना लगा है और शिक्षा अधीक्षक अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आए. उन्होंने कहा कि हमारे पहले जो अधिकारी थे उन्होंने लापरवाही की है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. शिक्षा सचिव ने गबन का मामला बताते हुए इस रिकवरी करने का आदेश दिया है.

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