साहिबगंज: साहिबगंज में ईडी की जांच-पड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रही. बुधवार सुबह टीम सबसे पहले जिला खनन कार्यालय पहुंची और वहां से हीरा भगत की पत्थर कंपनी वैष्णवी स्टोन वर्क्स द्वारा विगत तीन साल में किए गए स्टोन चिप्स के उत्पादन व डिस्पैच की जानकारी ली. पूरा आंकड़ा लेने के बाद टीम मिर्जाचौकी चार नंबर में स्थित हीरा भगत के क्रशर प्लांट में पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू की. पत्थर खदान की भी मापी कराई जा रही है. इससे पहले आठ जुलाई को छापेमारी के दौरान हीरा भगत के यहां से दो करोड़ रुपये से अधिक नगद मिले थे. इसके बाद ईडी ने हीरा भगत के बेटे राजेश जायसवाल को पूछताछ के लिए रांची बुलाया था.
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पिछले साल जून में दी गई थी अभिषेक प्रसाद को खदान लीजः सूत्रों की मानें तो टीम मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद की पत्थर खदान के निरीक्षण के लिए भी जा सकती है. मेसर्स शिवशक्ति इंटरप्राइजेज के नाम से अभिषेक प्रसाद को पत्थर खदान की लीज मिली है. सूत्रों के अनुसार, पिछले साल जून में इस पत्थर खदान की स्वीकृति दी गई थी. यह पत्थर खदान मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के पकड़िया मौजा में है. इन्हें कुल 1170 डिसमिल भूमि पर पत्थर खनन की स्वीकृति दी गई है, पत्थर खदान की डीड पर विष्णु प्रसाद यादव का हस्ताक्षर है. मालूम हो कि इसी विष्णु प्रसाद यादव के क्रशर को पिछले दिनों ईडी ने फ्रीज कर दिया था.
इससे पहले मंगलवार को ईडी की टीम ने पंकज मिश्रा के नजदीकी विष्णु यादव उर्फ छोटू और उसके छोटे भाई के दो क्रेशर को सीज किया और खदान को भी मापा. लगातार ईडी की टीम आज तीसरे दिन भी साहिबगंज में जमी हुई है, यह खदान उन्हीं लोगों के खदान की मापी कर रही हैं जिनके यहां पूर्व में छापा पड़ा था. उधर पंकज मिश्रा की रिमांड 6 दिन और बढ़ा दी गई है ताकि साहिबगंज से लिए गए साक्ष्य को दिखाकर आवश्यक जानकारी ली जा सके.