साहिबगंज: झारखंड के मुख्य सचिव डीके तिवारी साहिबगंज के दौरे पर थे. 12 सितंबर को पीएम मोदी साहिबगंज में बने पोर्ट का रांची से ऑनलाइन उद्घाटन करने जा रहे हैं. इसे देखते हुए मुख्य सचिव साहिबगंज पहुंचकर मल्टी मॉडल टर्मिनल का जायजा लिया और घंटों अधिकारी के साथ बैठ कर रूपरेखा तैयार की.
सीएस से मिलने से रोका
वहीं, बंदरगाह बनाने में जिन रैयतों की जमीन ली गयी है, उन रैयतों के साथ जिला प्रशासन सौतेला व्यवहार कर रहा है. वादा के मुताबिक इन बंदरगाह विस्थापितों को मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. साथ ही इन विस्थापितों को प्रखंड और अनुमंडल चेंज कर नए भवन बनाकर पुनर्वास कराना चाह रही है. इन समस्याओं को लेकर विस्थापित परिवार मुख्य सचिव से मिलना चाह रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें रोक दिया.
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विस्थापितों ने सुनाया दुखड़ा
जिला प्रशासन ने विस्थापितों को कहा कि मुख्य सचिव से मिलने का आदेश नहीं है, जो भी समस्या होगी मुख्य सचिव के जाने के बाद जिलाधिकारी से मिलकर अपनी समस्या को रखें. वहीं बंदरगाह विस्थापित पीड़ित परिवार ने मुख्य सचिव से मिलने नहीं देने पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन 25 परिवारों को नया भवन बनाकर पुनर्वास करना चाह रही है. वे कुल 52 परिवार हैं, ऐसे में बने दो कमरे एक मकान में कैसे रह पाएंगे.