साहिबगंज: पुत्र की लंबी आयु के लिए जितिया पर्व आज गुरुवार (5 अक्टूबर) से मनाई जा रही है. माताएं नहाय खाए के साथ पर्व शुरू करेंगी. इसे लेकर महिलाओं की भीड़ सुबह से शहर के मुक्तेश्वर गंगा घाट पर स्नान करने के लिए उमड़ी हुई थी. महिलाओं ने उत्तरवाहिनी गंगा में डुबकी लगाई. जितिया पर्व पर गंगा स्नान का अलग ही महत्व है.
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व्रती करेंगी 24 घंटे का उपवास: पर्व के दौरान महिलाएं गंगा स्नान कर पूजा पाठ करती हुई नजर आईं. शहर के मुक्तेश्वर गंगा घाट के अलावे नमामि गंगे घाट, शकुंतला सहाय घाट, चानन घाट, कबूतर खोपी घाट, शोभनपुर भट्टा गंगा घाट और राजमहल के सूर्य देव गंगा घाटों पर गंगा स्नान करने को लेकर भीड़ उमड़ी हुई थी. महिला अपने साथ भोजन बनाने के लिए गंगा जल का प्रयोग करती हैं. इसी जल से सात तरह की सब्जी बनती है. व्रती गुरुवार को खाने के बाद 24 घंटे तक निर्जला उपवास करेंगी. मान्यता के अनुसार इस पर्व को करने से पुत्र की आयु बढ़ती है.
नोनी का साग 150 रुपये किलो: जितिया पर्व में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है. सब्जी में झिंगी 60 से 80 रुपये किलो, पोई का साग 60 रुपये किलो, कदिमा 50 रुपये किलो, कोदो 80 रुपये किलो, बरबट्टी 60 रुपये किलो, नोनी का साग 150 रुपये किलो बिका रहा है.
श्रीकृष्ण स्वयं करते संतान की रक्षा: हिदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है. इस पर्व को जिउतिया या जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है. इस व्रत को सुहागिन महिलाएं करती हैं. मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से संतान की आयु लंबी होती है. साथ ही संतान की रक्षा स्वयं भगवान श्रीकृष्ण करते हैं.
छह अक्टूबर को जितिया व्रत: पंचांग के अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जिउतिया छह अक्टूबर को सुबह छह बजकर 34 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी सात अक्टूबर को सुबह आठ बजकर आठ मिनट पर समाप्त होगा. सनातन धर्म में उदया तिथि मान है. अतः छह अक्टूबर को जितिया व्रत मनाया जाएगा.