साहिबगंजः बिहार और झारखंड के बीच गंगा पार दियारा क्षेत्र की लैंड मार्किंग कर सीमांकन की समस्या का समाधान किया जाएगा. इसके लिए दोनों राज्य सरकार सकारात्मक पहल करने में जुट गई है. पिछले दिनों बिहार के कटिहार जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी और साहिबगंज के तमाम पदाधिकारी के साथ बैठक हुई. 27 जनवरी से दोनों राज्यों के पदाधिकारी कैंप लगाकर हजारों एकड़ जमीन को चिह्नित कर राज्य सरकार को रिपोर्ट सुपुर्द करेंगे.
बिहार से झारखंड को अलग हुए 19 साल बीत गये, लेकिन दियारा क्षेत्र में सीमांकन की समस्या जस की तस बनी हुई थी. जिससे आए दिन किसान के साथ मारपीट होती रहती थी. किसान फसल तो लगती थी, लेकिन जब काटने का समय आता तो दबंग इनके खेतों पर कब्जा कर फसल को लूट लिया करता थे.
मामले में जिला प्रशासन भी कुछ अधिक मदद नहीं कर पाती थी, क्योंकि सीमा विवाद का मामला था. इसलिए दोनों साहिबगंज और कटिहार जिले के थाना झगड़ा को निपटाने के लिए फसल को अपने साथ थाने में रख लेती थी.
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वहीं, किसानों का कहना है कि खुशी की बात यह है कि लंबे समय के बाद दोनों राज्य और जिला के तमाम पदाधिकारी के साथ सहमति बनी है. यदि दियारा क्षेत्र का सीमांकन हो जाता है तो किसानों के हित में काफी फायदेमंद होगा. किसानों का कहना है कि हम अपनी जमीन का लगान बिहार, झारखंड और बंगाल की सरकार को भी देते हैं. कोई एक टैक्स ले तो अच्छा होगा.
मामले में उपायुक्त का कहना है कि दियारा क्षेत्र का लालबथानी और बैजनाथपुर समेत कई मौजा में यह विवाद है. इसे दूर करने का निर्णय लिया गया है. आज से दियारा क्षेत्र की जमीन की लैंड मार्किंग की जाएगी और 10 दिन के अंदर इसे सुलझा लिया जाएगा.