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दियारा क्षेत्र का लाइफ लाइन पुल बना खतरनाक, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

साहिबगंज के किशन प्रसाद दियारा क्षेत्र स्थित पुल की स्थिति खतरनाक हो चुकी है. पुल धंसे होने के कारण जिला प्रशासन ने पुल के दोनों ओर वाहन वर्जित का साइन बोर्ड लगाया है. डायवर्सन के बह जाने से लोग अब उसी जर्जर पुल से आवागमन करने को मजबूर हैं.

जर्जर पुल
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Published : Aug 18, 2019, 8:43 PM IST

साहिबगंज: जिला के सदर प्रखंड के किशन प्रसाद दियारा क्षेत्र का जीवन रेखा कही जाने वाली पुल की स्थिति खतरनाक हो चुकी है. पिछले दो सालों में पुल धंस चुका है. जिसके कारण जिला प्रशासन ने पुल के दोंनो ओर वाहन वर्जित का साइन बोर्ड लगाया है. भारी बारिश के कारण डायवर्सन के बह जाने से लोग अब उसी जर्जर पुल से आवागमन करने को मजबूर हैं. जिसके कारण कभी भी बड़ी हादसा हो सकता है.

देखें पूरी खबर


पुल टूटने से हजारों गांव का संपर्क शहर से टूट सकता है
ग्रामीण भारी वाहन, मोटरसाइकिल, साइकिल, और पैदल पुल से आना-जाना कर रहे हैं. इस पुल को क्षेत्र का लाइफ लाइन कहा जाता है, क्योंकि इससे गांव के हजारों लोग साहिबगंज शहर में मार्केटिंग करने और बच्चे पढ़ने आते हैं. यदि यह पुल टूट गया तो हजारों गांव का संपर्क शहर से सीधे टूट जाएगा. पुल से किशन प्रसाद पंचायत, लाल बथानी पंचायत, उत्तरी मखमलपुर और दक्षिणी मखमलपुर पंचायत, बखारपुर गांव और बिहार के लोग साहिबगंज जाते हैं.


जिला प्रशासन का नहीं है ध्यान
पुल के बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 2 साल से पुल की यही स्थिति है. पुल के टूटने से हजारों गांव की आबादी प्रभावित हो सकती है. शहर से सीधा संपर्क टूट सकता है. कभी भी बहुत बड़ी घटना घट सकती है, लेकिन न तो जिला प्रशासन इस और ध्यान देती है और न ही जनप्रतिनिधि.


जान हथेली पर रखकर करते हैं पुल पार
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के समय में पानी के तेज बहाव में डायवर्सन टूट चुका है. अब लोगों की मजबूरी है कि वह अपनी जान को हथेली पर रखकर पुल पार कर रहे. उनके मन में हमेशा डर बना रहता है कि कहीं पुल पार करने में कोई हादसा न हो जाए. जिला प्रशासन को इस बाबत जानकारी है फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.


विधायक ने दिया स्थिति सुधारने का आश्वासन
राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि किशन प्रसाद का पुल एक मात्र पुल है, जिसपर हजारों लोगों का आना जाना है. डायवर्सन टूटने से लोगों का आना-जाना पुल से हो रहा है. निश्चित रूप से बहुत बड़ी घटना घट सकती है. विधायक ने कहा कि वह इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और संबंधित विभाग को जानकारी दिया है, ताकि फिलहाल कुछ किया जा सके.

साहिबगंज: जिला के सदर प्रखंड के किशन प्रसाद दियारा क्षेत्र का जीवन रेखा कही जाने वाली पुल की स्थिति खतरनाक हो चुकी है. पिछले दो सालों में पुल धंस चुका है. जिसके कारण जिला प्रशासन ने पुल के दोंनो ओर वाहन वर्जित का साइन बोर्ड लगाया है. भारी बारिश के कारण डायवर्सन के बह जाने से लोग अब उसी जर्जर पुल से आवागमन करने को मजबूर हैं. जिसके कारण कभी भी बड़ी हादसा हो सकता है.

देखें पूरी खबर


पुल टूटने से हजारों गांव का संपर्क शहर से टूट सकता है
ग्रामीण भारी वाहन, मोटरसाइकिल, साइकिल, और पैदल पुल से आना-जाना कर रहे हैं. इस पुल को क्षेत्र का लाइफ लाइन कहा जाता है, क्योंकि इससे गांव के हजारों लोग साहिबगंज शहर में मार्केटिंग करने और बच्चे पढ़ने आते हैं. यदि यह पुल टूट गया तो हजारों गांव का संपर्क शहर से सीधे टूट जाएगा. पुल से किशन प्रसाद पंचायत, लाल बथानी पंचायत, उत्तरी मखमलपुर और दक्षिणी मखमलपुर पंचायत, बखारपुर गांव और बिहार के लोग साहिबगंज जाते हैं.


जिला प्रशासन का नहीं है ध्यान
पुल के बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 2 साल से पुल की यही स्थिति है. पुल के टूटने से हजारों गांव की आबादी प्रभावित हो सकती है. शहर से सीधा संपर्क टूट सकता है. कभी भी बहुत बड़ी घटना घट सकती है, लेकिन न तो जिला प्रशासन इस और ध्यान देती है और न ही जनप्रतिनिधि.


जान हथेली पर रखकर करते हैं पुल पार
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के समय में पानी के तेज बहाव में डायवर्सन टूट चुका है. अब लोगों की मजबूरी है कि वह अपनी जान को हथेली पर रखकर पुल पार कर रहे. उनके मन में हमेशा डर बना रहता है कि कहीं पुल पार करने में कोई हादसा न हो जाए. जिला प्रशासन को इस बाबत जानकारी है फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.


विधायक ने दिया स्थिति सुधारने का आश्वासन
राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि किशन प्रसाद का पुल एक मात्र पुल है, जिसपर हजारों लोगों का आना जाना है. डायवर्सन टूटने से लोगों का आना-जाना पुल से हो रहा है. निश्चित रूप से बहुत बड़ी घटना घट सकती है. विधायक ने कहा कि वह इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और संबंधित विभाग को जानकारी दिया है, ताकि फिलहाल कुछ किया जा सके.

Intro:दियरा क्षेत्र का लाइफ लाइन पुल हुआ खतरनाक। पुल बीच मे धसने से कभी भी हो सकती है बड़ी हादसा। पुल टूटने से हजारो गॉव का संपर्क शहर से टूट सकता है। पानीके तेज बहाव में डायवर्सन टूटा।



Body:दियरा क्षेत्र का लाइफ लाइन पुल हुआ खतरनाक। पुल बीच मे धसने से कभी भी हो सकती है बड़ी हादसा। पुल टूटने से हजारो गॉव का संपर्क शहर से टूट सकता है। पानी के तेज बहाव में डायवर्सन टूटा।
स्पेशल स्टोरी-सहिबगंज-- दियारा क्षेत्र का लाइफ लाइन पुल विगत दो सालों से बीच में धंस चुका है जिला प्रशासन पुल के दोनों दोनों साइड बोर्ड लगा चुकी है की पुल क्षतिग्रस्त है भारी वाहन जाना वर्जित है। ग्रामीणों ने पुल के नीचे से एक डायवर्सन बनाया। जिससे भारी वाहन और लोग सुरक्षित आने जाने लगे। लेकिन बरसात में तेज बारिश होने से डायवर्शन टूट चुका है।लोगों की मजबूरी हो चुकी है लोग भारी वाहन मोटरसाइकिल साइकिल और पैदल पुल से देखा जा सकता है।
मामला सदर प्रखंड के किशन प्रसाद दियारा के पास पुल का है जो दियारा क्षेत्र का लाइफ लाइन पुल कहा जाता है क्योंकि इस पुल से हजारों गांव के लोग इस पुल से पार कर साहिबगंज शहर मार्केट करने और बच्चे पढ़ने आते हैं। यदि यह पुल टूट गया तो हजारों गांव का संपर्क शहर से सीधे टूट जाएगा।
लगातार बारिश से डायवर्सन टूटे से लोग स्कूल से भारी वाहन के साथ या मोटरसाइकिल से पार करते हैं कभी भी यह फूल बीच से टूट कर गिर सकता है कभी भी दर्जनों लोग दर्जनों लोग स्कूल का टूटने से हादसे का शिकार हो सकते हैं यदि समय रहते जिला प्रशासन और प्रतिनिधि का नींद नहीं टूटा तो।
आने जाने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 2 साल से किशन प्रसाद का पुल दो वर्षों से बीच से धंस चुका है लेकिन जिला प्रशासन इस दिशा में कुछ भी नहीं कर रही है जिला प्रशासन को मालूम होना चाहिए किस फूल को टूटने से हजारों गांव की आबादी प्रभावित हो सकती है शहर से सीधा संपर्क टूट सकता है कभी भी बहुत बड़ी घटना घट सकती है लेकिन ना तो जिला प्रशासन इस और ध्यान देती है और ना ही जनप्रतिनिधि।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के समय में पानी के तेज बहाव में डायवर्शन टूट चुका है अब लोगों की मजबूरी है स्कूल से आना और जाना करें लेकिन स्कूल से पार करने में जान को हथेली पर रखकर हम लोग पार कर रहे हैं हमेशा डर है कि कहीं पुल पार करने में कोई हादसा ना हो जाए भगवान भरोसे स्कूल से पार कर रहे हैं जबकि जिला प्रशासन स्कूल के बारे में जानकारी है की या फूल खतरनाक हो चुका है फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता है जब बहुत बड़ी घटना घटेगी तब जाकर जिला प्रशासन का नियम जिला प्रशासन का नींद टूटेगा।
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस पुल के टूटने से शहर से सीधा संपर्क टूट जाएगा जिसमें जिसमें किशन प्रसाद पंचायत लाल बथानी पंचायत ,उत्तरी मखमलपुर और दक्षिणी मखमलपुर पंचायत, बखारपुर गांव और बिहार से भी लोग इस पूल से से पार कर साहिबगंज जाते हैं। यू कहे तो हजारों लोगों का संपर्क पुल टूटने से प्रभवित हो सकता है।
बाइट- स्थानीय-1,2,3,4
राजमल विधायक ने कहा के किशन प्रसाद का पुल एक मात्र पूल है जो हजारो लोगो का आना जाना है पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस बात की जानकारी मुझे है और डायवर्सन टूटने से लोगों का आना-जाना स्कूल से हो रहा है निश्चित रूप से बड़ी बहुत बड़ी घटना मर सकती हैं इसे गंभीरता से देखते हुए संबंधित विभाग को जानकारी देता हूं। ताकि फिलहाल कुछ किया जा सके।
बाइट- अनंत ओझा-राजमहल विधायक



Conclusion:समय रहते जिला प्रशासन नहीं तो या फूल बहुत बड़ी घटना को दावत दे रहा है डायवर्सन गंगा का बहाव में टूट जाने से लोगों की मजबूरी हो चुकी हैं लोग जान पर खेलकर पूल से पास कर रहे हैं।
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