साहिबगंज: सालों पुरानी मांग साहिबगंज गंगा पुल का टेंडर केंद्र सरकार ने भारत की दो बड़ी कंपनी को दिया है. 1,900 करोड़ रुपये की लागत से गंगा नदी पर लगभग 22 किलोमीटर लंबा पुल का निर्माण कराया जाएगा. टेंडर क्लियर होने के बाद कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. सभी कार्यकर्ता अपने-अपने शीर्ष नेता का आभार प्रकट करने में जुटे हैं.
इसे लेकर जेएमएम कार्यकर्ता ने राजमहल से जेएमएम सांसद विजय हांसदा और सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसका श्रेय दिया. जेएमएम जिला अध्यक्ष ने कहा कि सांसद दो टर्म से जीत रहे हैं और लगातार लोकसभा सत्र में गंगा पुल की मांग उठाते रहे हैं. यह साहिबगंज की जनता जानती है. वहीं, दूसरी तरफ सूबे के सीएम हेमंत सोरेन भी गंगा पुल बनाने को लेकर कई बार दिल्ली जाकर बातचीत कर चुके हैं. इसलिए गंगा पुल का टेंडर का श्रेय झारखंड सरकार को दिया जाता है.
सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य में महागठबंधन की सरकार है. राज्य सरकार, केंद्र सरकार से बार-बार प्रयास करके गंगा पुल का टेंडर फाइनल करवाया गया है. राज्य स्तर और जिला स्तर पर बात करें तो सूबे के सीएम को श्रेय जाता है.
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बीजेपी का जिला महामंत्री सह नगर परिषद उपाध्यक्ष ने कहा गंगा पुल का टेंडर का श्रेय राजमहल विधायक अनंत ओझा, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जाता है. 6 अप्रैल 2017 को पीएम ने साहिबगंज की धरती से शिलान्यास किया था और राजमहल विधायक ने बार-बार विधानसभा में गंगा पुल को लेकर आवाज उठाई और जनता से किया हुआ वादा को दिलाया. आज वो सपना पूरा हुआ.