साहिबगंज: गुरुवार की रात अंतरराज्यीय फेरी सेवा घाट साहिबगंज से मनिहारी के बीट चलने वाला मालवाहक जहाज बीच गंगा में जा कर डगमगा गया. जिससे उस पर लोडेड 5 से अधिक हाइवा गंगा नदी में समा गए. बाकी हाइवा जहाज पर ही पलट कर गिरते-गिरते बच गए हैं. जैसे ही घटना घटी नाव यातायात समिति के संचालक और पुलिस प्रशासन के द्वारा राजधानी मालवाहक जहाज को खींच कर गरम घाट पर लगा दिया गया है.
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घटना की जानकारी मिलते ही उपायुक्त रामनिवास यादव और पुलिस कप्तान अनुरंजन किस्पोट्टा घाट पर पहुंचे और निरीक्षण किया. वहीं देवघर से एनडीआरएफ टीम को बुलाकर रेस्क्यू कराने की बात चल रही है. अभी तक गंगा में से एक भी हाइवा या उसमें सवार ड्राइवर और खलासी को निकाला नहीं गया है. नगर प्रभाग के इंस्पेक्टर शशि भूषण चौधरी ने बताया कि जहाज पर सवार हाइवा का चक्का जोरदार तरीके से विस्फोट होने पर जहाज अनियंत्रित हो गया और यह हादसा हुआ. लगभग 5 हाइवा गंगा में डूब चुके हैं. कुछ लोगों के भी डूबने की आशंका है. विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा कि अंतरराज्यीय फेरी सेवा घाट समदा से मनिहारी चलाई जाती है. जहाज में टेक्निकल फॉल्ट होने की वजह से यह हादसा हुआ है. चालक ने ठीक करने का प्रयास किया. इसी बीच जहाज के डगमगा जाने से हाइवा गंगा में गिर गये हैं. उन्होंने कहा कि घटना के निर्धारित समय का पता कर लेता हूं, जो भी दोषी होंगे कार्रवाई की जाएगी. जहाज का फिटनेस पेपर भी चेक किया जाएगा ताकि दोबारा इस तरह की घटना ना हो. देवघर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है. रेस्क्यू कर देखा जाएगा कि कितने लोग डूबे हुए हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी मालवाहक जहाज पर लगभग 20 से अधिक हाइवा लोड किए जाते हैं. लगभग आधा दर्जन से अधिक हाइवा गंगा में समा चुके हैं. जहाज संचालक और जिला प्रशासन का बयान अलग-अलग मिल रहा है. जांच के बाद ही मालूम चल पाएगा कि सच्चाई क्या है. कितने लोगों की डूबने से मौत हुई है और कितने हाइवा गंगा में डूबे हुए हैं.