साहिबगंज: जिला सदर अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक कई दिनों से खून की कमी से जूझ रहा है. मौजूदा हालात में किसी भी ग्रुप का एक यूनिट ब्लड भी बैंक में नहीं है. ऐसे में मरीजों और तीमारदारों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि जिला प्रशासन इस गंभीर मसले से बा-खबर है.
दरअसल, साहिबगंज में इन दिनों कथित तौर पर इमरजेंसी केयर, ब्लड डोनर साहिबगंज और कई तरह के नाम से व्हाट्सअप ग्रुप बनाए गए हैं. इस ग्रुप में मरीज या तीमारदार का नाम और उसके कॉन्टेक्ट नंबर के साथ ही उसका ब्लड ग्रुप डाला जाता है. इसके बाद ग्रुप में कोई भी शख्स मसीहा बनकर अस्पताल आता है, पीड़ित को खून देकर उसकी जिंदगी बचाता है.
लैब टेक्नीशियन का कहना है कि सरकार का निर्देश है कि थैलसीमिया रोगी, पहाड़िया, डिलीवरी के साथ ही रोड एक्सीडेंट के मरीज जिनका कोई नहीं है. ऐसे सभी मरीजों को मुफ्त में बिना एक्सचेंज किए ब्लड देना है. इन हालातों में ब्लड बैंक में ब्लड हमेशा शार्ट रहता है.
स्थानीय लोगों का कहना कि लोगों में ब्लड डोनेट को लेकर जागरूकता नहीं है. ब्लड देने में लोग कतराते हैं. जिला प्रशासन को व्यापक प्रचार प्रसार करके युवाओं का मनोबल बढ़ाना चाहिए और समय समय पर कैम्प लगाकर कर ब्लड डोनेट कराना चाहिए. हालांकि मामले को लेकर उपायुक्त का कहना है कि ब्लड बैंक में खून की कमी का मसला संज्ञान में आया है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग और रेड क्रॉस कमेटी के साथ बैठक करके खून की कमी को दूर किया जाएगा.