साहिबगंजः गंगा किनारे मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जा रहा है. श्रद्धालु नम आंखों से माता को विदाई दे रहे हैं. गंगा में मूर्ति विसर्जन को लेकर ईटीवी भारत ने शुक्रवार को साहिबगंज जिला प्रशासन की लापरवाही! मूर्ति विसर्जन को लेकर गंगा घाट पर नहीं की गई बैरिकेडिंग शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी. इस खबर का असर यह हुआ कि फेरी सेवा घाट के पास गंगा किनारे जिला प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग की गई है, ताकि गहरे पानी में मूर्ति विसर्जन नहीं किया जा सके.
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फेरी घाट पर एक गड्ढा भी बनाया गया है, जिसमें पूजा से जुड़ी अपशिष्ट गंगा में प्रवाहित करने के बदले गड्ढ़े में रखा जा सके. नगर परिषद के एक सफाई कर्मी ने बताया कि विसर्जन के दौरान संभावित खतरा और गंगा प्रदूषित नहीं हो. इसको लेकर सुबह से ही 20 कर्मी गंगा घाट पर तैनात हैं. प्रतिमा विसर्जन के बाद तत्काल जेसीबी से मूर्ति को बाहर निकाला जाएगा, ताकि गंगा प्रदूषित नहीं हो सके. इसके साथ ही जलीय जीव को भी प्रतिमा से निकलने वाले केमिकल से सुरक्षित रखा जा सके.
लाइट की समुचित व्यवस्था
सफाई कर्मी ने कहा कि देर रात्रि तक प्रतिमा का विसर्जन होगा. इसको लेकर पूरी तैयारी की गई है. घाट पर लाइट की समुचित व्यवस्था की गई है, ताकि अंधेरे में प्रतिमा विसर्जन नहीं किया जा सके. उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि बैरिकेडिंग के अंदर ही प्रतिमा का विसर्जन करें.
घाट पर किया गया बैरिकेडिंग
घाट पर पहली बार प्रतिमा विसर्जन को लेकर व्यवस्था की गई है. इससे पहले गंगा में मूर्ति विसर्जन जैसे-तैसे किया जा रहा था. लेकिन, इस वर्ष जिला प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग किया गया है, ताकि लोग गहरे पानी में मूर्ति विसर्जन नहीं कर सके. गंगा में मूर्ति विसर्जन होते ही प्रतिमा को तत्काल निकालने को लेकर जेसीबी भी रखा गया है, ताकि प्रतिमा ज्यादा समय तक गंगा में नहीं रह सके.