साहिबगंज: जिले में कोरोना की वजह से फेरी सेवा घाट की बंदोबस्ती नहीं हो पाई थी, जिसके कारण मालवाहक और सवारी जहाज को बंद कर दिया गया था, जिसके वजह से दो राज्यों के बीच व्यापार भी ठप पड़ गया था और लोगों का आवागमन भी बंद हो गया था. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वे जान जोखिम में डालकर गंगा नदी पार करने को विवश हैं.
क्या कहते हैं एडीसी
एडीसी ने कहा की इस बार दो साल के लिए साहिबगंज जिला प्रशासन को घाटों की बंदोबस्ती करनी है. ये काम मार्च के अंतिम सप्ताह में ही होना था लेकिन लॉकडाउन लगने से देरी हो गई है. राज्य सरकार से पत्राचार किया गया है. जैसे ही दिशा-निर्देश मिलता है. जल्द घाटों की बंदोबस्ती कर सोशल डिस्टेंस के तहत फेरी सेवा चालू कर दिया जाएगा.
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जान जोखिम में डालकर पार कर रहे हैं नदी
बता दें कि लॉकडाउन लगे हुए 6 महीना बीतने जा रहा है अनलॉक 4 में शिक्षा, ट्रेन सेवा और फेरी सेवा को चालू करने का निर्देश नहीं मिला है. जरूरी ट्रेन कई रेल खंडों पर चालू हो चुकी है. लेकिन गंगा के रास्ते रोजाना सैकड़ों लोग आर पार करते हैं, इसकी अनुमति नही मिली है. फेरी सेवा नहीं शुरू होने से लोग जान जोखिम में डालकर गंगा नदी पार कर रहे हैं.