साहिबगंज: जिला के कई इलाके अभी बाढ़ में डूबे हुए हैं. प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है. लेकिन विधायक अनंत ओझा ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि 14 दिनों से कारगिल दियारा और हाजीपुर दियारा में पानी घुसा हुआ है. अभी तक जिला प्रशासन की ओर से एक दाना भी लोगों को नहीं बांटा गया है. लोगों को दियारा से सुरक्षित निकालने के लिए नाव तक व्यवस्था नहीं की गई है. किसी को सूखा राशन मिल रहा है तो किसी को नहीं मिल रहा है.
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बाढ़ पीड़ितों के साथ अन्याय कर रहा प्रशासन
विधायक ने कहा कि प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के साथ अन्याय कर रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आपदा प्रबंधन विभाग के दो सचिव और मुख्यमंत्री ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया और जिला प्रशासन को आदेश दिया कि बाढ़ पीड़ितों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. सभी को रिलीफ मिलना चाहिए, पर मुख्यमंत्री के आदेश का भी जिला प्रशासन उल्लंघन कर रहा है.
उपायुक्त बोले-24 घंटे सेवा में तत्पर है टीम
ईटीवी भारत ने जब उपायुक्त से इस संबंध में पूछा तो उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन किसी राजनीतिक दबाव में नहीं है, राजनीतिक दल का काम है आलोचना करना. प्रशासन पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ बाढ़ पीड़ितों का मदद कर रहा है. उपायुक्त ने बताया कि जिला में 53 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, जिसमें 35 हजार लोगों को राशन मुहैया करा दिया गया है. लोगों को पीने के लिए साफ पेयजल की व्यवस्था की गई है, एंबुलेंस बोट की भी व्यवस्था की गई है, छोटे बच्चों के लिए दूध दिया जा रहा है. दियारा क्षेत्र में बिजली नहीं है, इसके लिए बाढ़ प्रभावितों को सोलर लाइट दिया जा रहा है. सभी क्षेत्रों में टीम युद्धस्तर पर लगी हुई है, हर रोज बोट के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.
उपायुक्त ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित पंचायतों में से 16 पूर्ण रूप से प्रभावित हैं जबकि 33 आंशिक रूप से प्रभावित हैं, 119 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. साहिबगंज जिला के शहरी क्षेत्र में नगर परिषद के 14 और कुल 20 वार्ड बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में पशुओं की सुरक्षा के लिए पशु राहत शिविर बनाए गए हैं. साथ ही दियारा क्षेत्रों में पशु चारा और दवा वितरित किया जा रहा है.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेडिकल सुविधा
24 मेडिकल कैंप में 24 मेडिकल टीम बनाए गए हैं जो बाढ़ ग्रस्त इलाकों में कार्यरत हैं. इसके अलावा जिला प्रशासन की तरफ से 19 बोट एंबुलेंस चलाए जा रहे हैं. साथ ही घर-घर जाकर अब तक 30 हजार लोगों की स्वास्थ्य जांच हुई है. इस दौरान प्रशासन की ओर से 900 पुरुष और 519 महिलाओं के बीच दवा का भी वितरण किया गया है.