साहिबगंज: जिले में मानव तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. मासूम लड़कियों को काम दिलाने के नाम पर दलाल अपने साथ दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत कई राज्यों में ले जाकर लेकर चले जाते हैं. हालात ये होते हैं कि काम कम होता है और उनका शारीरिक-मानसिक रूप से शोषण ज्यादा. अगर कोई बच्ची इस चंगुल से छूटकर किसी तरह भाग निकलती है, तो मामले का खुलासा होता है.
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दिल्ली के शेल्टर होम में सुरक्षित हैं बच्चियां
बाल संरक्षण अधिकारी के मुताबिक इस वक्त साहिबगंज के बरहेट, मंडरो, बोरियो और पतना प्रखंड से मानव तस्करों की शिकार 6 आदिवासी लड़कियां दिल्ली के बालिका गृह में सुरक्षित हैं. सभी बालिकाओं का होम वेरिफिकेशन किया जा रहा है. ये सभी लड़कियां मानव तस्करों के चंगुल से किसी तरह बचकर भाग निकलीं. इसके बाद पुलिस के संरक्षण में जब सभी बच्चियां पहुंची, तो पुलिस सभी को दिल्ली के बालिका गृह में सुरक्षित ले आई. जिला प्रशासन को भी दिल्ली से सूचना मिल गई है कि सभी बालिकाओं का होम वेरिफिकेशन किया जा रहा है. अभी तक सभी बच्चियों के परिजनों का पता नहीं लग पाया है.
बच्चियों को स्काउड गाइड लाएगी दिल्ली
प्रक्रिया पूरी होने के बाद साहिबगंज से स्काउट गाइड दिल्ली जाकर सभी बच्चों को सुरक्षित लाएंगे. डीसीपीओ ने कहा कि सभी बच्चों को परिजनों से मिलाते हुए सरकार की चल रही कई योजनाओं से उन्हें जोड़ा जाएगा. इससे वो आर्थिक रूप से मजबूत हो पाएंगी और परिजनों को भी जागरूक किया जाएगा. इस तरह के दलालों से बच्चों को बचाने में परिजनों को मदद मिलेगी.