रांची: लापुंग प्रखंड के सरसा गांव स्थित शिरडी साईं मंदिर में 11वें वार्षिक साईं महोत्सव का आयोजन किया गया. इस दौरान श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा. महोत्सव के अवसर पर साईं मंदिर को रंगीन लाइट, फूलों और गुब्बारों से भव्य रूप से सजाया गया.
लगाया गया विशेष भोग
वहीं साईं बाबा की मूर्ति को रजनीगंधा, जेबरा और गुलाब के फूलों से सजाया गया था. जबकि बाबा का वस्त्र मुंबई से मंगावाया गया था. महोत्सव में भोग के लिए एक टन चावल और दो क्विंटल दाल, ढाई क्विंटल सूजी का हलवा और दो सौ लीटर दूध से खीर बनाया गया था. मंदिर के मुख्य पुजारी आदित्य पांडेय और मनोज पांडेय के नेतृत्व में विधिवत अनुष्ठान कराया गया. 5 बजे कांकड़ आरती के बाद सुबह सात बजे बाबा का जलाभिषेक और पंचामृत दुध घी मधु दही, जल से बाबा का स्नान कराया गया. सुबह आठ बजे से बाबा को भोग निवेदित किया गया, दस बजे बाबा की पालकी यात्रा निकाली गई. दोपहर बारह बजे मंदिर में बाबा की मध्याह्न आरती का आयोजन किया गया. जहां संध्या आरती के बाद रात्रि में बाबा की सेज शैय्या दी गई. महोत्सव में आयोजित भजन कार्यक्रम के दौरान उपस्थित हजारों भक्त साईं के भजनों पर जयकारा लगाते हुए खूब झूमे.
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भजन मंडली ने झूमने पर किया मजबूर
मां तारा जागरण भजन मंडली के कलाकारों में आनंद पाठक, संदीप, शशि, दसा कुमारी, मधु कुमारी और आर्यण ने साईं के भजनों से भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया. भजन कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के संरक्षक शशिभूषण भगत, संतोष अग्रवाल, अध्यक्ष ललित अग्रवाल, रवि शर्मा, गगन अरोड़ा, ज्ञान शर्मा, अजय चौधरी, मिथलेश, दीपक, सुरेश मालाकार ने अपना योगदान दिया.
कार्यक्रम को सफल बनाने में इनका रहा योगदान
जबकि वार्षिक महोत्सव को सफल बनाने में शिरडी साईं ग्राम विकास केंद्र के सत्येंद्र भगत, मनोज उरांव, राजेंद्र राम, किशोर बैठा, संतोष चैरसिया, संतोष शर्मा, राजेंद्र मक्कड़, मुन्ना पांडेय, युवराज पांडेय, राजेंद्र सिंह, राजधन शेखर सिंह, मुखिया फुलमनी तिर्की, संतोष तिर्की, चंद्रसागर भगत, जागेश्वर उरांव, नाथू राम भगत और जमीनदाताओं ने अहम भूमिका निभाई. लापुंग के थाना प्रभारी जगलाल मुंडा अपने सशस्त्र बल के साथ तत्पर नजर आए.