रांचीः योग के जरिए देश में अपनी अलग पहचान बनाने वाली योग गुरु राफिया नाज ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. झारखंड में बीजेपी प्रदेश कार्यालय में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने raffia naaz को पार्टी की सदस्यता दिलाई. raffia naaz के साथ उनके समर्थकों ने भी बीजेपी की सदस्यता ली.
यह भी पढ़ेंःबीजेपी कार्यसमिति की बैठक शुरू, तैयार की जाएगी झारखंड सरकार के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा
सदस्यता ग्रहण करने के बाद राफिया नाज ने कहा कि बीजेपी और पीएम मोदी के कार्यों से वे काफी प्रभावित हैं. इसी से प्रभावित होकर उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला लिया है. बीजेपी के माध्यम से प्रत्येक प्रखंड में योग शिविर लगाएंगी और लोगों को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करेंगी. इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने राफिया नाज का स्वागत किया. दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड के मस्तक को ऊंचा करनेवाली राफिया नाज सिर्फ सामाजिक कार्य ही नहीं करेंगी, बल्कि योग के क्षेत्र में भी सराहनीय कार्य करेंगी.
तीन तलाक कानून से प्रभावित
राफिया ने कहा कि हाल के दिनों में अल्पसंख्यक महिलाओं के जीवन में बदलाव की शुरुआत करने के लिए सबसे बड़ा मुद्दा तीन तलाक था. तीन तलाक पर कानून बनाकर पीएम मोदी ने सराहनीय काम किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही योग को देश-दुनिया में पहचान दिलाई. उन्होंने कहा कि बीजेपी की मदद से वे योग का और प्रसार करेंगी.
कौन हैं राफिया नाज
रांची के डोरंडा रहमत कॉलोनी की रहने वाली राफिया नाज योग टीचर हैं. वे राजधानी में योग गुरु के नाम से प्रसिद्ध हैं. शुरुआत में योग के चलते राफिया नाज मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर रहीं. इतना ही नहीं, योग करने की वजह से उनके खिलाफ कई फतवे भी जारी किए गए. कई बार राफिया नाज को धमकियां भी दी गईं. फोन पर राफिया नाज से गाली-गलौज भी की गई. इसके साथ ही राफिया के ऊपर पत्थर भी फेंके गए. लेकिन इन सबके बावजूद राफिया का हौसला नहीं टूटा.
सौम्य मगर अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित राफिया नाज कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी की ओर से की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ कानूनी लड़ाई भी लड़ रहीं हैं. धार्मिक कट्टरता से दूर होकर योग के साथ-साथ अनाथ बच्चों की सेवा में लगी रहनेवाली राफिया नाज ने अब सियासत में कदम रख दिया है. वे राजनीति में कितना सफल होंगी. यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन बीजेपी में अल्पसंख्यक महिला नेत्री के रूप में स्थान मिलने से राफिया अपने करियर के प्रति आश्वस्त नजर आ रहीं हैं.