रांची: प्रत्येक वर्ष विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य सुरक्षा दिवस के मौके पर विभिन्न संस्थाओं एवं संगठनों द्वारा लोगों को अपने कार्यस्थल पर स्वास्थ्य और सुरक्षित रहने के लिए जागरूक किया जाता था लेकिन लॉकडाउन होने के कारण इस दिवस पर किसी तरह का कोई आयोजन या रैली नहीं निकाली गई. जिस दौरान विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य सुरक्षा दिवस पर लोगों को सजग रहने के संदेश दिए और कोराना महामारी के बारे में लोगों को बताया.
इसे भी पढे़ं:- कोरोना से निपटने में जुटी बीजेपी, चतरा सांसद ने बरवाडीह की घनी आबादी को कराया सेनेटाइज
प्रोटोकॉल और सेनेटाइजेशन रूल्स का करें पालन
इसको लेकर रिम्स में कार्यरत वरिष्ठ चिकित्सक व सहायक प्रोफेसर डॉक्टर निशांत कुमार ने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को लेकर संदेश देते हुए कहा कि आज के दिन हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोविड-19 से इस जंग को जीतने के लिए विभिन्न संस्थानों में काम करने वाले लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें और कोरोना वायरस से बचने के लिए मेडिकल प्रोटोकॉल और सैनिटाइजेशन रूल्स का पालन करें.
प्रदूषण मुक्त रखें वातावरण
इस दौरान रिम्स के निदेशक डॉ डीके सिंह ने भी विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य सुरक्षा दिवस के मौके पर लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए खुद को सुरक्षित रखकर ही इस दिन को मनाएं और कहा कि विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिवस पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि अपने वातावरण को कैसे प्रदूषण मुक्त रखें ताकि हमारा वातावरण सुरक्षित रहे.
इसे भी पढे़ं:- कोरोना से निपटने में जुटी बीजेपी, चतरा सांसद ने बरवाडीह की घनी आबादी को कराया सेनेटाइज
स्वास्थ्य के लिए उठाये जायें विशेष कदम
वहीं ए.आई.सी.टी.यू (ऑल इंडिया सेंटर फॉर ट्रेड यूनियन) के झारखंड सचिव भुवनेश्वर केवट ने विश्व स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिवस के मौके पर सरकार से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण झारखंड से बाहर फंसे मजदूरों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के लिए विशेष कदम उठाया जाये, ताकि इस दिवस पर कर्मचारियों की सुरक्षा एवं बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित हो सके.