रांचीः झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि राज्य को बने 20 साल हो गए हैं. लेकिन, पहली बार कृषि को आगे बढ़ाने को लेकर कृषि पर कार्यशाला आयोजित की गई है. राज्य के किसानों को बेहतर करना है. इसको लेकर राज्य सरकार काम कर रही है. कृषि मंत्री साेमवार को कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने को लेकर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
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कार्यशाला में उपस्थित चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों और इंवेस्टरों को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यशाला के माध्यम से किसानों की स्थिति बेहतर करना है. इस कार्य को सरकार अकेले नहीं कर सकती हैं. आप जैसे उद्योगपतियों की आवश्यकता इस राज्य को है, जो कृषि के क्षेत्र में इंवेस्टमेंट करें.
उन्होंने कहा कि किसान आज भी प्रकृति पर निर्भर हैं. लेकिन, इन किसानों के चेहरे पर हम खुशी ला सकते हैं. राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है और उद्योगपतियों से भी उम्मीद है. हम सभी को जीडीपी में कृषि का योगदान ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना है.
कृषि विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में लगातार बदलाव हो रहे हैं. वर्तमान समय में कृषि उद्योग का रूप ले चुका है, यहां काफी संभावनाएं हैं. राज्य सरकार कदम से कदम मिलाकर आप उद्योगपतियों के साथ चलने को तैयार है. उन्होंने कहा कि अर्बन फार्मिंग भी बजट में रखा गया है.
जैविक खेती में काफी संभावनाएं हैं. रांची में कई लोग हैं, जो जैविक खेती में बेहतर काम कर रहे हैं. कार्यशाला में नाबार्ड के अधिकारी, slbc के प्रतिनिधि, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष, विभागीय पदाधिकारी संतोष कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार उपस्थित थे.