रांची: राजधानी रांची को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है, ताकि राजधानीवासियों को एक बेहतर और सुविधाजनक शहर मिल सके, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि इस परियोजना के काम में लगे गरीब मजदूरों को पिछले डेढ़ महीने से वेतन नहीं मिला है, साथ ही बुनियादी सुविधा भी ठेकेदारों के ओर से मुहैया नहीं कराई जा रही है, जिसके कारण मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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अंधकार में मजदूरों का भविष्य
भुवनेश्वर केवट ने कहा कि जिस तरह से मजदूरों का शोषण वर्तमान में हो रहा है, यह निश्चित ही हम देशवासियों को परेशान करने वाली बात है, पिछले दिनों भी प्रवासी मजदूरों के साथ एक भवन निर्माण कंपनी के ओर से पैसा नहीं देने का मामला सामने आया था, राज्य के मजदूरों के साथ ही यहां के ठेकेदार जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, वह चिंता की बात है और इससे मजदूरों का भविष्य अंधकार में है. उन्होंने कहा कि मजदूरों का हक दिलाने के लिए हमारी पार्टी मुख्यमंत्री से बात करेगी, ताकि झारखंड के मजदूरों को उनका हक मिले.