बोकारो: जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार ने जागरूकता रथ पर पोस्टर नहीं लगाने के कारण कर्मचारी दीपक कुमार को जबरदस्त डांट लगाई. जिसके बाद दीपक की तबीयत खराब हो गई और वे वहीं बेहोश होकर गिर गए. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें बोकारो जनरल अस्पताल रेफर कर दिया गया.
दीपक कुमार के डांट के बाद तबीयत खराब हो जाने के मामले में झारखंड राज्य कर्मचारी महासंघ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड राज्य कर्मचारी महासंघ के महामंत्री सुकुमार मरांडी ने इस मामले की डीसी से शिकायत करते हुए पदाधिकारी के स्थानांतरण की मांग की है.
क्या है मामला: कर्मचारी महासंघ का आरोप है कि जिला प्रशासन वर्तमान समय में चुनाव की तैयारी में लगा हुआ है. एक ओर मतदाता सूची का पुनरीक्षण किया जा रहा है. वहीं, ईवीएम के इस्तेमाल के साथ-साथ जागरूकता फैलाने का काम भी किया जा रहा है. इसी क्रम में मतदाता जागरूकता रथ में पंपलेट नहीं चिपकाने पर जिला के उप निर्वाचन पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार ने कर्मी दीपक कुभार के से साथ ना सिर्फ गाली-गलौज की बल्कि उन्हें फटकार लगाते हुए उनकी नौकरी खा जाने की धमकी भी दी. जिससे दीपक बेहद डर गए और उनकी तबीयत खराब हो गई.
दीपक के बेहोश होने के बाद समाहरणालय के कर्मचारियों ने उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए बीजीएच रेफर कर दिया. जहां दीपक का ईसीजी, एमआरआई, इको टेस्ट किया गया है. फिलहाल उनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि उन्हें बल्ड प्रेशर और शुगर की बीमारी है.
इधर, कर्मी से गाली-गलौज किए जाने के विरोध में कर्मचारी महासंघ ने बैठक कर डीसी से तत्काल उप निर्वाचन पदाधिकारी के स्थानांतरण की मांग की है. उनका कहना है कि इस पदाधिकारी के रहते ठीक से लोकसभा चुनाव करवा पाना कर्मचारियों के लिए संभव नहीं है. इस मामले में डीडीसी कीर्ति श्री ने कहा कि उप निर्वाचन पदाधिकारी पर लगे आरोपों की जांच करवाई जाएगी. उसके बाद क्या किया जा सकता है, इसका निर्णय लिया जाएगा.
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