रांची: जिला के गोंदा थाना क्षेत्र के भीठा बस्ती में रहने वाली युवती नादिया मौत मामले (Nadia death case in Ranchi) में पुलिस की धीमी कार्रवाई को लेकर महिलाएं आक्रोशित हैं. आक्रोशित महिलाओं ने रांची के गोंदा थाना का घेराव किया है (Women gheraoed Gonda police station). थाना घेराव करने आई महिलाओं का आरोप है कि आरोपियों की पहचान हो जाने के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
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कब्र से निकाला गया था शव: गौरतलब है कि भीठा बस्ती की रहने वाली नादिया का शव हत्या की आशंका जताने के बाद कब्र से बाहर निकाला गया था. नादिया के परिजनों पर ही हत्या का आरोप लगा है. पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है लेकिन महिलाओं में पुलिस की कार्रवाई को लेकर असंतोष है. महिलाओं का आरोप है कि पुलिस जानबूझ कर आरोपियों को बचाने का काम कर रही है. पुलिस की तरफ से अभी तक यह साफ नहीं किया गया है कि नादिया की हत्या हुई थी, जबकि कब्र से शव को निकाले हुए एक सप्ताह से अधिक बीत गए हैं.
क्या है पूरा मामला: दरअसल, 21 सितंबर को एक 22 वर्षीय युवती की मौत हो गई. आसपास के लोगों ने जब लड़की की मौत की वजह पूछी तो परिजनों ने बताया कि वह सीढ़ियों से गिर गई थी, जिसके कारण उसकी मौत हो गई. हालांकि, लोगों को उनकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ. पड़ोसियों को आशंका थी कि लड़की की हत्या कर उसके शव को चांदनी चौक कब्रिस्तान में दफना दिया गया है. इसी आशंका के बाद उन्होंने इसकी शिकायत गोंदा थाना में की. गोंदा पुलिस को जैसे ही इस मामले की सूचना मिली उन्होंने रांची के एसडीएम को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद मजिस्ट्रेट के सामने शव को निकालने की प्रक्रिया को पूरा किया गया. मामले में कांके सीओ को मजिस्ट्रेट के रूप में डेप्यूट किया गया था. पुलिस के अनुसार मृतक के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं. हालांकि, पुलिस को परिजनों ने बताया गया कि युवती का बीपी लो था और इसी वजह से वह सीढ़ियों से गिर गई थी और उसकी मौत हो गई.