रांची: डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया है, जिसके बाद दिल्ली सरकार ने 31 मार्च तक के लिए तमाम स्कूल-कॉलेज, सिनेमा हॉल और मॉल को बंद रखने का आदेश दिया है. जिसके बाद से अन्य राज्यों में भी इसे लेकर सावधानी बरती जा रही है.
स्कूल कॉलेज बंद करने का आदेश
झारखंड सरकार की ओर से रिम्स में पिछले दिनों मॉक ड्रिल किया गया था. गुरुवार को एनडीआरएफ की टीम ने डॉक्टरों से मिलकर कोरोना की तैयारियों का जायजा लिया. मामले में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सोमवार को भी एक मॉक ड्रिल चिकित्सकों और एनडीआरएफ की टीम की ओर से की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना का संक्रमण और भयावह रूप धारण करता है तो आने वाले समय में स्कूल कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाकर बंद करने पर विभाग विचार करेगी.
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डॉक्टरों की टीम को सतर्क रहने का निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी तरह से मुकम्मल है और विभाग लगातार कोरोना के खतरे को देखकर डॉक्टरों की टीम को सतर्क रहने का निर्देश भी दे रही है. ऐसे में भारत में संक्रमण का रूप नहीं दिखा है. चीन में प्राकृति के साथ खिलवाड़ करने का यह परिणाम है. उन्होंने कहा कि भारत में और खासकर झारखंड में प्रकृति की पूजा की जाती है. यहां पर जल, जंगल और जमीन को पूजनीय माना जाता है. ऐसे में कोरोना का संक्रमण यहां पर आने से पहले ही समाप्त हो जाएगा.
वायरस को लेकर सतर्कता बरतने की हिदायत
मामले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक सीपी सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार लगातार सतर्कता बरतने की हिदायत दे रही है. इसे लोगों को पालन करना चाहिए और सतर्कता बरतनी चाहिए.