रांची: 3 मार्च को झारखंड का बजट पेश किया जायेगा. वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव झारखंड विधानसभा में दिन के 11 बजे वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पढेंगे. अगले वित्तीय वर्ष के बजट आकार पर मंथन विभागीय स्तर पर अभी जारी है. हर विभाग द्वारा सरकार के समक्ष बजट भेजे जा रहे हैं. इस बार भी झारखंड सरकार का आउटकम बजट होगा.
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वित्तमंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने आउटकम बजट की सराहना करते हुए कहा है कि राज्य सरकार आगे भी इसी पैटर्न पर बजट बना रही है. इस बार के बजट में कृषि ऋण माफी योजना को सरकार द्वारा आगे भी जारी रखे जाने की संभावना है. इसके अलावे बजट में ग्रामीण विकास, ऊर्जा, शिक्षा और स्वास्थ्य पर सरकार का मुख्य फोकस रहेगा. बजट आकार में पिछले वित्तीय वर्ष की तूलना में इस बार भी बढ़ोत्तरी किये जाने की तैयारी है. पिछले वित्तीय वर्षो के वार्षिक बजट पर नजर दौराएं तो बजट आकार में लगातार वृद्धि होती रही है.
एक नजर पांच वित्तीय वर्षों के बजट पर
- वित्तीय वर्ष 2017-18--75673.42 करोड़ का वार्षिक बजट
- वित्तीय वर्ष 2018-19--80,200 करोड़ का वार्षिक बजट
- वित्तीय वर्ष 2019-20--85,429 करोड़ का वार्षिक बजट
- वित्तीय वर्ष 2020-21-- 86,370 करोड़ का वार्षिक बजट
- वित्तीय वर्ष 2021- 22-- 91,270 करोड़ का वार्षिक बजट
पिछले बजट में कृषि, ग्रामीण विकास, जल संसाधन पर था जोर
वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पेश बजट में हेमंत सरकार ने कृषि, ग्रामीण विकास और जल संसाधन विभाग पर विशेष ध्यान देते हुए करीब 18653 करोड़ का प्रावधान किया था जो वित्तीय वर्ष 2020-21 की तूलना में 11% अधिक राशि आवंटित थी. 3 मार्च 2021 को झारखंड विधानसभा में 91,270 करोड़ के पेश बजट में सरकार ने राजस्व व्यय के लिए 75755.01 करोड़ रुपये एवं पूंजीगत व्यय के लिए 15521.99 करोड़ रुपये का प्रस्ताव था. बहरहाल बजट को लेकर मंथन का दौर जारी है. सरकार आम नागरिकों से हमर अपन बजट ऐप के माध्यम से मिले सुझाव को भी ध्यान में रखकर बजट तैयार करने में जुटी है.