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Jharkhand Health System: दो घंटे की बारिश ने खोली रिम्स की खोल, Black Fungus वार्ड में घुसा पानी, ICU की बत्ती गुल

राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स (Rajendra Institute of Medical Sciences) का ड्रेनेज सिस्टम कितना दुरूस्त है शनिवार की शाम को इसकी पोल खुल गई. लगातार दो घंटे की बारिश से इस अस्पताल में बाढ़ ( Flood) जैसी स्थति उत्पन्न हो गई. रिम्स के कई विभागों में पानी घुसने से मरीज और उनके परिजन परेशान दिखे.

water in the rims
रिम्स में पानी ही पानी
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Published : Jul 4, 2021, 7:54 AM IST

Updated : Jul 4, 2021, 8:19 AM IST

रांची: लगातार दो घंटे की मूसलाधार बारिश ( Heavy Rain) से रिम्स के ड्रेनेज सिस्टम( Drainage System) की पोल खुल गई. अस्पताल के कई विभागों में पानी घुस गया और घंटों बिजली की आपूर्ति बाधित रही. कई जीवन रक्षक उपकरण (Life Support System) भी बंद हो गए. जिसे बाद में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत चालू किया गया.

ये भी पढ़ें- Black Fungus: रिम्स में ब्लैक फंगस के संक्रमण पर हो रहा रिसर्च, जल्द आएगी रिपोर्ट

भारी बारिश से रिम्स में जलजमाव

शनिवार देर शाम रांची में मूसलाधार बारिश से रिम्स प्रशासन और मरीजों की मुश्किलें बढ़ गईं. पानी की सही निकासी नहीं होने से कई विभागों में पानी घुस गया. डेंगू, फिजियोथैरेपी, हीमोफीलिया सहित कई विभागों में बारिश के कारण जलजमाव की समस्या बनी रही. बारिश से रिम्स में कई घंटों तक बिजली की आपूर्ति पर भी असर पड़ा. बारिश से रिम्स के न्यूरो आईसीयू (Intensive Care Unit) न्यूरो सर्जरी, मेडिसिन, आईसीयू सर्जरी की बत्ती गुल हो गई. जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि बाद में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रिम्स में बिजली की आपूर्ति बहाल की गई और मरीजों को जीवन रक्षक उपकरण (Life Support System) मुहैया कराए गए.

Power supply stalled in RIMS due to rain
बारिश से रिम्स में बिजली आपूर्ति ठप

बढ़ा संक्रमण का खतरा

लगातार बारिश से रिम्स के उस वार्ड में भी पानी घुस गया जहां ब्लैक फंगस ( Black Fungus) के मरीजों को रखा गया है. जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया. सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को उठानी पड़ी जो बेड नहीं मिलने के कारण फर्श पर ही अपना इलाज करवा रहे थे. 2 घंटे की बारिश के दौरान अस्पताल में कई परिजन छतरी लगाकर अपने मरीजों को बचाते भी दिखे.

It is difficult for patients sitting on the floor due to rain
बारिश से फर्श पर बैठे मरीजों को मुश्किल

60 साल बाद भी नहीं सुधरी हालत

बता दें कि रांची में रिम्स की स्थापना 1960 में की गई थी, निर्माण के लगभग 60 साल बाद भी यहां की ड्रेनेज व्यवस्था भगवान भरोसे है. इस सिस्टम पर प्रत्येक साल लाखों रुपये खर्च भी किए जाते हैं लेकिन नतीजा जस का तस है. अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा हरेक साल मरीजों को भुगतना पड़ता है.

Water entered many departments of RIMS
रिम्स के कई विभागों में घुसा पानी

रांची: लगातार दो घंटे की मूसलाधार बारिश ( Heavy Rain) से रिम्स के ड्रेनेज सिस्टम( Drainage System) की पोल खुल गई. अस्पताल के कई विभागों में पानी घुस गया और घंटों बिजली की आपूर्ति बाधित रही. कई जीवन रक्षक उपकरण (Life Support System) भी बंद हो गए. जिसे बाद में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत चालू किया गया.

ये भी पढ़ें- Black Fungus: रिम्स में ब्लैक फंगस के संक्रमण पर हो रहा रिसर्च, जल्द आएगी रिपोर्ट

भारी बारिश से रिम्स में जलजमाव

शनिवार देर शाम रांची में मूसलाधार बारिश से रिम्स प्रशासन और मरीजों की मुश्किलें बढ़ गईं. पानी की सही निकासी नहीं होने से कई विभागों में पानी घुस गया. डेंगू, फिजियोथैरेपी, हीमोफीलिया सहित कई विभागों में बारिश के कारण जलजमाव की समस्या बनी रही. बारिश से रिम्स में कई घंटों तक बिजली की आपूर्ति पर भी असर पड़ा. बारिश से रिम्स के न्यूरो आईसीयू (Intensive Care Unit) न्यूरो सर्जरी, मेडिसिन, आईसीयू सर्जरी की बत्ती गुल हो गई. जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि बाद में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रिम्स में बिजली की आपूर्ति बहाल की गई और मरीजों को जीवन रक्षक उपकरण (Life Support System) मुहैया कराए गए.

Power supply stalled in RIMS due to rain
बारिश से रिम्स में बिजली आपूर्ति ठप

बढ़ा संक्रमण का खतरा

लगातार बारिश से रिम्स के उस वार्ड में भी पानी घुस गया जहां ब्लैक फंगस ( Black Fungus) के मरीजों को रखा गया है. जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया. सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को उठानी पड़ी जो बेड नहीं मिलने के कारण फर्श पर ही अपना इलाज करवा रहे थे. 2 घंटे की बारिश के दौरान अस्पताल में कई परिजन छतरी लगाकर अपने मरीजों को बचाते भी दिखे.

It is difficult for patients sitting on the floor due to rain
बारिश से फर्श पर बैठे मरीजों को मुश्किल

60 साल बाद भी नहीं सुधरी हालत

बता दें कि रांची में रिम्स की स्थापना 1960 में की गई थी, निर्माण के लगभग 60 साल बाद भी यहां की ड्रेनेज व्यवस्था भगवान भरोसे है. इस सिस्टम पर प्रत्येक साल लाखों रुपये खर्च भी किए जाते हैं लेकिन नतीजा जस का तस है. अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा हरेक साल मरीजों को भुगतना पड़ता है.

Water entered many departments of RIMS
रिम्स के कई विभागों में घुसा पानी
Last Updated : Jul 4, 2021, 8:19 AM IST
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