रांची: लगातार दो घंटे की मूसलाधार बारिश ( Heavy Rain) से रिम्स के ड्रेनेज सिस्टम( Drainage System) की पोल खुल गई. अस्पताल के कई विभागों में पानी घुस गया और घंटों बिजली की आपूर्ति बाधित रही. कई जीवन रक्षक उपकरण (Life Support System) भी बंद हो गए. जिसे बाद में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत चालू किया गया.
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भारी बारिश से रिम्स में जलजमाव
शनिवार देर शाम रांची में मूसलाधार बारिश से रिम्स प्रशासन और मरीजों की मुश्किलें बढ़ गईं. पानी की सही निकासी नहीं होने से कई विभागों में पानी घुस गया. डेंगू, फिजियोथैरेपी, हीमोफीलिया सहित कई विभागों में बारिश के कारण जलजमाव की समस्या बनी रही. बारिश से रिम्स में कई घंटों तक बिजली की आपूर्ति पर भी असर पड़ा. बारिश से रिम्स के न्यूरो आईसीयू (Intensive Care Unit) न्यूरो सर्जरी, मेडिसिन, आईसीयू सर्जरी की बत्ती गुल हो गई. जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि बाद में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रिम्स में बिजली की आपूर्ति बहाल की गई और मरीजों को जीवन रक्षक उपकरण (Life Support System) मुहैया कराए गए.
बढ़ा संक्रमण का खतरा
लगातार बारिश से रिम्स के उस वार्ड में भी पानी घुस गया जहां ब्लैक फंगस ( Black Fungus) के मरीजों को रखा गया है. जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया. सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को उठानी पड़ी जो बेड नहीं मिलने के कारण फर्श पर ही अपना इलाज करवा रहे थे. 2 घंटे की बारिश के दौरान अस्पताल में कई परिजन छतरी लगाकर अपने मरीजों को बचाते भी दिखे.
60 साल बाद भी नहीं सुधरी हालत
बता दें कि रांची में रिम्स की स्थापना 1960 में की गई थी, निर्माण के लगभग 60 साल बाद भी यहां की ड्रेनेज व्यवस्था भगवान भरोसे है. इस सिस्टम पर प्रत्येक साल लाखों रुपये खर्च भी किए जाते हैं लेकिन नतीजा जस का तस है. अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा हरेक साल मरीजों को भुगतना पड़ता है.