रांची: मौसम केंद्र रांची ने झारखंड के 11 जिलों में अगले कुछ घंटे के अंदर मध्यम दर्जे के मेघगर्जन, वज्रपात और तेज हवा चलने का येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम केंद्र रांची ने सैटेलाइट और राडार से मिल रही तस्वीरों के विश्लेषण के आधार पर तात्कालिक मौसम चेतावनी जारी की है.
इन जिलों के लिए है येलो अलर्ट जारी: मौसम केंद्र रांची के तात्कालिक मौसम चेतावनी में बोकारो, देवघर, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, गोड्डा, हजारीबाग,रामगढ़, पश्चिमी सिंहभूम, गुमला, लोहरदगा और रांची के लिए तात्कालिक मौसम चेतावनी जारी की है. तात्कालिक मौसम चेतावनी में इन जिलों में अगले तीन घंटे के अंदर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने, मेघगर्जन और वर्षा की चेतावनी जारी की गई है.
वज्रपात की संभावना वाले जिलों के लोग रहें सतर्क: रांची मौसम केंद्र ने वज्रपात की संभावना वाले इन 11 जिलों के लोगों को आगाह किया है कि वह अगले तीन से चार घंटे तक सतर्क और सावधान रहें. वज्रपात के दौरान सुरक्षित स्थान में शरण लें. वज्रपात से बचने के लिए पेड़ के नीचे ना रहें और बिजली के खंभों से दूर रहें. मौसम केंद्र ने वज्रपात की संभावना वाले जिलों के किसानों से आग्रह किया है कि मौसम साफ होने तक वह खेतों में ना जाएं.
पिछले 24 घंटे में मैथन में हुई सबसे अधिक 26.9 एमएम बारिश: मौसम केंद्र रांची के अनुसार पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश धनबाद के मैथन में रिकॉर्ड की गई है. मैथन में 26.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. जबकि बोकारो में 19.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है.
सबसे गर्म रहा डाल्टेनगंज, सबसे ठंडा रामगढ़: पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान डाल्टेनगंज में 35.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इस दौरान रांची का अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस रहा है, जो सामान्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस कम है. जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस रहा, बोकारो का अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि चाईबासा का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. पिछले 24 घंटे में राज्य के ज्यादातर इलाकों में आसमान में बाद छाए रहने और छिटपुट बारिश की वजह से राजधानी रांची सहित प्रायः सभी जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा.
सचेत से भेजा जा रहा है मोबाइल पर अलर्ट मैसेज:"सचेत" के द्वारा वज्रपात और खराब मौसम का अलर्ट प्रभावित क्षेत्र के सभी मोबाइल पर भेजे जा रहे हैं. वज्रपात की संभावना वाले क्षेत्र विशेष में जितने भी मोबाइल टावर हैं, वहां से जुड़े सभी मोबाइल फोन के मैसेज बॉक्स में एक साथ चेतावनी और बचाव वाले मैसेज गए हैं, ताकि लोग समय रहते सावधान और सतर्क हो सकें.