रांची: साइबर अपराधियों का नया हथियार सेक्सटॉर्शन (Sextortion) बेहद घातक सिद्ध हो रहा है. इंटरनेट के जरिए ठगी का कोई भी मौका नहीं चूकने वाले साइबर अपराधी अब सेक्सटॉर्शन (Sextortion) के जरिए लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा रहे हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि सेक्सटॉर्शन के शिकार लोग (Victims of sextortion) अब मानसिक रोगी बनते जा रहे हैं, नतीजा उन्हें मनोचिकित्सकों का सहारा तक लेना पड़ रहा है. पहचान गुप्त रखकर कई युवक लगातार रिनपास या फिर निजी डॉक्टरों के पास पहुंचकर अपना इलाज करवा रहे हैं.
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लगातार आ रहे है मामले सामने: हाल के दिनों में राजधानी रांची में सेक्सटॉर्शन (Sextortion In Ranchi) के मामलों में काफी वृद्धि हुई है, हालांकि इसकी रिपोर्टिंग थानों में बेहद कम है. लोग लोक लाज के भय से चुपचाप साइबर अपराधियों की ब्लैक मेलिंग का शिकार बन रहे हैं. राजधानी रांची में सेक्सटॉर्शन (Sextortion in Ranchi) के आंकड़ों की बात करें तो पिछले महीने अलग-अलग थानों में 12 मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि दो दर्जन से ज्यादा लोग जो सेक्सटॉर्शन से इतने पीड़ित हुए की वे मनोरोगी बन गए. अब यही लोग मनो चिकित्सकों का सहारा ले रहे हैं.
रांची स्थित रिनपास के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉक्टर सिद्धार्थ सिन्हा के अनुसार कोविड संक्रमण के बाद सेक्सटॉर्शन के मामलों में वृद्धि हुई है. अब उनके पास ऐसे लोग भी आ रहे हैं जो साइबर अपराधियों के ब्लैक मेलिंग का शिकार होकर अपनी गाढ़ी कमाई गवां चुके हैं, साथ ही मानसिक रूप से भी अस्वस्थ हो गए है. डॉक्टर सिद्धार्थ सिन्हा के अनुसार अधिकांश लोगों के नाम और पते ऐसे मामलों में गुप्त रखे जा रहे हैं क्योंकि वे नहीं चाहते हैं कि उनके मामले सार्वजनिक हो.
क्या है सेक्सटॉर्शन: सेक्सटॉर्शन का सबसे आसान तरीका डेटिंग साइट्स है. हाल में रांची जैसे शहरों के नाम पर डेटिंग और सेक्स साइट्स का प्रचलन बढ़ा है. सबसे ज्यादा ठगी डेटिंग साइट्स के जरिए ही की जा रही है. इसके अलावा स्पाई कैमरे या मोबाइल या वेब कैम के जरिए किसी की सेक्स गतिविधि को रिकॉर्ड करना या किसी की बिना कपड़ों की तस्वीरों को शूट करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहा जाता है. सेक्सटॉर्शन के ऐसे मामले पिछले छह महीने से ही ज्यादा सामने आ रहे हैं. अहम बात यह भी है कि दूसरे ब्लैकमेलिंग के मामलों की तरह ऐसे केसों की रिपोर्टिंग भी बहुत कम है. हाल के दिनों में कुछ लोग हिम्मत करके पुलिस के पास मदद के लिए पहुंच रहे हैं और पता चलने लगा कि है सेक्सटॉर्शन के किन तरीके से लोगों को ठगा जा रहा है.
कैसे फंसाते हैं: इस काम में साइबर अपराधी, फेसबुक, स्काइप या किसी दूसरे माध्यम का इस्तेमाल करके अपने शिकार को फंसाते हैं. पहले ये इंटरनेट पर अपनी नकली पहचान बनाते हैं. फिर खूबसूरत लड़के-लड़कियों को हनी ट्रैप की तरह इस्तेमाल करके अपने शिकार से दोस्ती करवाते हैं. उन्हें बहुत करीब आने, दोस्ती बढ़ाने के लिए उकसाते हैं. धीरे-धीरे अपने शिकार को वेबकैम के सामने सेक्सुअल ऐक्ट करने, कपड़े बदलने और उतारने के लिए उकसाते हैं. हैरानी की बात तो यही है कि ज्यादातर लोग इनके चंगुल में फंस जाते हैं. यही कारण है कि इनके शिकार लोगों की संख्या बढ़ रही है. अपने शिकार को फंसाने के लिए इन्हें 10 दिनों से लेकर कई महीनों का समय लग जाता है. ज्यादातर गैंग बहुत ही प्रफेशनल तरीके से काम करते हैं.
क्या हैं सेक्सटॉर्शन के तरीके: इस समय सबसे ज्यादा फेसबुक और व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के जरिए लोगों को फंसाया जा रहा है. इसके बाद स्काइप, लिंक्ड-इन, स्नैपचैट, इंस्टाग्रैम का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इंटरनेट पर दोस्ती पहले दोनों की रजामंदी से वेबकैम के सामने कपड़े बदलने, सेक्सुअल ऐक्ट करने का सिलसिला शुरू हो जाता है और बाद में यही एपिसोड ब्लैकमेलिंग में बदल जाता है.रांची के एक निजी चैनल में काम करने वाले एक पत्रकार से हाल में ही सेक्सटॉर्शन के नाम पर 85 हजार रुपए ठग लिए गए. वहीं, एक निजी कंपनी में काम करने वाले एक युवक से तो सेक्सटॉर्शन के नाम पर 10 लाख रुपए साइबर अपराधियों ने ठग लिए. रांची के पंडरा का रहने वाला है यह युवक इतना परेशान हुआ कि मानसिक रोगी बन गया. आखिरकार परिवार वालों को युवक को मनोचिकित्सक के पास ले जाकर इलाज करवाना पड़ा परिवार वालों को जब जानकारी मिली तब वे थाने में भी पहुंचे और शिकायत भी दर्ज करवाई.
कई बड़ी हस्तियां भी जाल में फंसी: क्रिकेट जगत से जुड़े रांची के एक बड़ी हस्ती भी साइबर अपराधियों के चुंगल में फंस गए थे. साइबर अपराधियों ने उन्हें व्हाट्सएप कॉल के जरिए अश्लील वीडियो भेज कर फंसाया था, हालांकि वह तुरंत साइबर पुलिस के पास पहुंचे जिसकी वजह से उन्हें पैसे का नुकसान नहीं हुआ. हाल में ही राजधानी रांची के एक राजनेता को भी साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाने की कोशिश की थी, लेकिन राजनेता भी सजग थे और ठगी से बच गए उन्होंने भी मौखिक रूप से पुलिस के पास मामले की शिकायत की है.
राजधानी रांची में अश्लील वीडियो भेज कर लोगों को अपने जाल में फंसा कर साइबर अपराधी लगातार ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. साइबर पुलिस लोगों को समझाने में भी लगी हुई है, यहां तक कि इसके लिए साइबर पुलिस के द्वारा यूट्यूब पर भी प्रोग्राम डाला गया है, लेकिन इसके बावजूद लोग साइबर अपराधियों के चुंगल में फंस जा रहे हैं. साइबर एक्सपर्ट की मानें तो अगर उन्हें सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसाया जा रहा है तो उनकी हिम्मत ही उन्हें इस जाल से बाहर निकाल सकती है. सबसे पहले इसके शिकार लोगों को यह समझना होगा कि वह विक्टिम नहीं है. हर हाल में ऐसे मामलों की रिपोर्टिंग थानों में करनी होगी तभी इससे बचा जा सकता है साथ ही कुछ सावधानियां भी हैं जिन पर अगर आप अमल करेंगे तो साइबर अपराधियों के सेक्सटॉर्शन से बच सकते हैं.