रांची: कोरोना वायरस का प्रकोप और उससे बचने को लेकर एहतिहयातन पूरे देश के साथ-साथ झारखंड भी लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है. इस कड़ी में विश्वविद्यालयों में क्लासेस संचालित नहीं होने के कारण इसका प्रभाव घंटी आधारित शिक्षकों पर पड़ा है. जिनको लॉकडाउन के कारण आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्या है कारण
विश्वविद्यालयों में क्लासेस संचालित नहीं होने के कारण इसका ज्यादा प्रभाव घंटी आधारित शिक्षकों पर पड़ा है. क्योंकि इन्हें प्रति क्लास के आधार पर मानदेय भुगतान किया जाता है. भुगतान न होने के कारण ऐसे शिक्षकों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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राज्यपाल ने भी दिया है निर्देश
राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने तमाम विश्वविद्यालयों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए यह निर्देश दिया कि ऐसे शिक्षकों से ऑनलाइन काम लेकर उनका मानदेय फिक्स करें और आर्थिक परेशानी न हो इसे लेकर उन्हें वेतन भुगतान जरूर करें. जिससे इस विकट परिस्थिति में उन्हें आर्थिक परेशानियां झेलनी न पड़े.
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भुखमरी की स्थिति हो गयी है उत्पन्न
घंटी आधारित शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ निरंजन महतो ने कहा है कि अनुबंध शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इसलिए तत्काल मानदेय का भुगतान किया जाए. बकाया वेतन के साथ साथ वर्तमान समय में भी अनुबंध पर नियुक्त तमाम शिक्षक विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से क्लास ले रहे हैं .इसलिए वर्तमान मानदेय के साथ-साथ बकाया वेतन का भुगतान भी यूनिवर्सिटी प्रशासन जल्द करें.
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तेज की जा रही है प्रक्रिया
इस मामले में रांची विश्वविद्यालय के वीसी रमेश कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए कहा है कि इन शिक्षकों को वेतन भुगतान के लिए रांची विश्वविद्यालय प्रशासन प्रक्रिया कर रही है. जल्द ही तमाम डिटेल इकट्ठा कर इनका मानदेय भुगतान कर दिया जाएगा.