रांचीः कोरोना न सिर्फ लोगों की जिंदगियां लील रहा है बल्कि युवाओं से रोजगार के अवसर भी छीन रहा है. इससे प्रदेश में बेरोजगारों की फौज बढ़ रही है. युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए गठित श्रम नियोजन एवं प्रबंधन विभाग रोजगार मेले भी नहीं लगवा पा रहा है. इसके कारण मार्च से अब तक दफ्तर के माध्यम से सिर्फ 64 युवाओं को ही रोजगार दिया जा सका है, जबकि इस दौरान 7170 लोगों ने इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. हालांकि अफसरों का कहना है कि जल्द ही भर्ती कैंप लगाए जाएंगे.
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नियोजन विभाग ने दो साल में पांच हजार को दिलाया रोजगार
आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2016 में 5813 लोगों ने रोजगार के लिए निदेशालय में रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें 2141लोगों को श्रम नियोजन के माध्यम से रोजगार मिला था. वहीं 2017 में 5118 लोगों में से 2681 लोगों को सरकार के प्रयास से रोजगार मिला था और 2018-19 के दो वर्षों में 10670 लोगों में से लगभग 5 हजार लोगों को सरकारी प्रयास से रोजगार मिल सका था.
15-15 दिन के रोजगार मेले लगाने की तैयारी
रांची में युवाओं का कहना है कि योग्यता के हिसाब से नियोजन कार्यालय से नौकरियां नहीं मिल पा रहीं हैं और दूसरे राज्यों में काम करने पर बचत नहीं होती. इससे दिक्कत बढ़ गई है. अफसर भी कोरोना के कारण रोजगार सृजन में आई कमी से इनकार नहीं करते. हालांकि वे दूसरे प्रदेशों से लौटे लोगों की संख्या को भी बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़ों को इसका कारण बताते हैं और प्रशिक्षण बढ़ाने के प्रयास करने की बात कहते हैं. नियोजन विभाग में सहायक निदेशक निशिकांत मिश्रा कहते हैं कोरोना के कारण रोजगार सृजन में कुछ कमी आई है पर हम प्रयास कर रहे हैं, जल्द ही कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए रोजगार मेले लगवाएंगे. एक- दो दिन एक कंपनी को बुलाएंगे फिर दूसरी कंपनी को साक्षात्कार के लिए बुलाएंगे. इस तरह 15-15 दिन के रोजगार मेले लगाएंगे. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने बीआरओ के लिए मजदूर भेजे जाने का हवाला देते हुए कहा कि रोजगार मिल रहा है. हालांकि अन स्किल्ड श्रमिकों को थोड़ा दिक्कत हो रही है.