रांचीः एनआईए की ताबड़तोड़ कार्रवाई की वजह से बैकफुट पर आए उग्रवादी संगठन टीपीसी ने रांची में केजीएफ नाम का संगठन बनाकर कोयला कारोबारियों से रंगदारी वसूलना शुरू कर दिया है. रांची पुलिस की कार्रवाई में केजीएफ संगठन के दो नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार एजेंट्स टीपीसी सुप्रीमो के इशारे पर खलारी इलाके में कोयला ट्रकों से रंगदारी वसूल रहे थे.
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टोकन किया था जारी
रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि टीपीसी उग्रवादी संगठन के सुप्रीमो ने केजीएफ नाम का एक नया संगठन बनाया है. यह संगठन रांची के खलारी इलाके में कोयला ट्रकों से अवैध वसूली का काम कर रहा था, जो लोग रंगदारी नहीं देते थे उनके साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया जाता था. केजीएफ के नाम पर रोहिणी कोलरी से निकलने वाले हर ट्रक से दो हजार लिया जाता था. इसके लिए बाकायदा एक टोकन भी जारी किया गया था. टोकन दिखाने पर ही जंगली रास्तों से ट्रकों को निकलने दिया जाता था. जो भी ट्रक वाले टोकन नहीं दिखाते उनके साथ मारपीट की जाती थी.
पुलिस ने किया दो को गिरफ्तार
उग्रवादी संगठनों की ओर से कोयला ट्रकों से की जा रही वसूली की जानकारी मिलने के बाद रांची के सीनियर एसपी की ओर से एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने रंगे हाथ केजीएफ के दो एजेंटों को गिरफ्तार किया है. इनमें अकबर खान और छोटन तुरी शामिल है.
पर टन 75 रुपये
गिरफ्तार अकबर और छोटन ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि वे लोग टोकन के माध्यम से सभी कोयला लदे ट्रकों से वसूली किया करते थे, जो लोग पैसा नहीं देते थे उनके साथ मारपीट की जाती थी. वसूले गए पैसा टीपीसी सुप्रीमो तक पहुंचाया जाता था.
टोकन, रसीद और रुपए बरामद
गिरफ्तार एजेंटों के पास से पुलिस ने 100 से अधिक टोकन, रशीद और 5100 रुपये बरामद किए हैं. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में लगी हुई है. वहीं केजीएफ के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए भी एक विशेष टीम का गठन किया गया है.