रांची: झारखंड की राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में इन दिनों डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के साथ-साथ बरसात में होने वाले वायरल फीवर और अन्य बीमारियों के मरीज बढ़े हैं. ऐसे में अस्पतालों में भी इन मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. मरीजों की बढ़ती संख्या और संसाधनों की कमी की आड़ में रांची सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लापरवाही का दृश्य ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हुआ है.
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सदर अस्पताल के 15 बेडेड इमरजेंसी वार्ड में अलग-अलग बीमारियों की शिकायत के साथ भर्ती हुए दो मरीजों का इलाज एक ही बेड पर लिटाकर किया जा रहा है. इससे जहां नर्सों और मेडिकल स्टाफ द्वारा मरीजों के इलाज में चूक होने का खतरा है, वहीं इसके साथ-साथ संक्रमण फैलने का भी डर है.
सिस्टर दीदी ने एक ही बेड पर एडजस्ट करने को कहा है-मरीज: सदर अस्पताल के इमरजेंसी में एक ही बेड पर इलाज कराने को मजबूर नेहा प्रवीण कहती हैं कि जब वह भर्ती हुईं, तब सिस्टर (स्टाफ नर्स) ने एक ही बेड पर एडजस्ट करने को कहा. उन्होंने कहा कि एक छोटे से बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है. ऐसे में बेड से गिरने के साथ ही अन्य संक्रमण का भी खतरा रहता है, लेकिन वह क्या करें?
मरीजों की संख्या अधिक, ट्राली एक-स्टाफ नर्स: एक ही बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज क्यों? इस सवाल के जवाब में मौके पर मौजूद स्टाफ नर्स प्रीति कहती हैं कि मरीजों से नाम और समस्या पूछ कर ही दवा दी जा रही है. ऐसे में किसी की दवा और इंजेक्शन दूसरे को दे दिए जाने की आशंका नहीं है. एक मरीज से दूसरे मरीज को संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाने के सवाल पर वह कहती हैं कि मरीज अधिक हैं और ट्राली एक है. धीरे-धीरे सभी को वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
पिछले 24 घंटे में मिले चिकनगुनिया के 42 संक्रमित: स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रांची में पिछले 24 घंटे में 42 चिकनगुनिया के पॉजिटिव केस मिले हैं. वहीं इस दौरान राज्य भर में 30 डेंगू संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है. इसमें 06 रांची में, 21 पूर्वी सिंहभूम में, 02 हजारीबाग में और 01 चतरा जिले में मरीज मिले हैं.