रांचीः राजधानी में आर्मी और सीआईएसएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है. सीआईएसएफ में नौकरी का झांसा देकर कई लोगों को शिकार बनाया और एक करोड़ से ज्यादा की ठगी की. ऐसे ही दो आरोपियों को धुर्वा पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
यह भी पढ़ेंःहज के नाम पर करोड़ों की जालसाजी करने वाला अंतरराज्यीय जालसाज गिरफ्तार, बिहार पुलिस को भी थी तलाश
रांची के धुर्वा थाने की पुलिस ने गोड्डा जिले के रहने वाला प्रेम कुमार मंडल और बिहार के कैमूर के रहने वाले संतोष कुमार रजक को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से पुलिस ने सीआईएसएफ का फर्जी मुहर, वर्दी और बेरोजगार युवकों का शैक्षणिक प्रमाण पत्र और फर्जी दस्तावेज बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में यह पता चला है कि दोनों शातिर ठगों ने दो दर्जन से ज्यादा युवकों को ठगी का शिकार बना चुका है. एक करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुका है. धुर्वा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि गिरफ्तार ठग ने अपने गिरोह के कई सदस्यों का नाम बताया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में उतराखंड के चम्पावत के रहने वाले सचिन सिंह ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कराया था.
धुर्वा पुलिस ने शातिर ठगों को फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया है. ठगों की तलाश करते हुए पुलिस ने पीड़ित युवक के साथ धुर्वा डीटी क्वाटर एरिया के फर्जी क्वारेंटाइन सेंटर पहुंची, जहां दूसरे राज्यों से आए युवाओं को रखा गया था. युवाओं ने पुलिस को बताया कि सीआइएसएफ में बहाली के लिए रांची आए थे. पुलिस ने इन युवाओं के जरिए ठगों को गिरफ्तार करने का जाल बिछाया. पुलिस के कहने पर एक युवक ने ठग को फोन किया और बताया कि उनका एक साथी गिर गया है और डॉक्टर के पास ले जाना जरूरी है. ठग ने उस युवक से कहा कि जिसका सिर फटा है, उसको वीडियो कॉल कर दिखाओ. फिर एक युवक को पट्टी बांधकर ठग को वीडियो कॉल पर दिखाया गया. इसके बाद ठग प्रेम पहुंचा तो सादे लिबास में मौजूद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार ठग की निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी संतोष को गिरफ्तार किया.
ठगों ने धुर्वा के डीटी क्वाटर एरिया में भाड़े पर एक कमरा ले रखा था. इस कमरे को ठग ने बेड और दवाइयां रखकर फर्जी क्वारेंटाइन सेंटर बना दिया था. जब धुर्वा पुलिस पीड़ित सचिन के साथ कोरंटाइन सेंटर पहुंची तो वहां पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, उतरांचल समेत अन्य राज्यों के 14 बेरोजगार युवा नौकरी के लिए आए हुए थे. इन युवाओं को पुलिस अपने साथ थाने लायी और एक-एक युवक का बयान दर्ज कर कार्रवाई शुरू की.