रांची: सरना आदिवासी समाज के लोग लंबे समय से अपनी पहचान की लड़ाई लड़ रहे हैं. झारखंड विधानसभा से सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद केंद्र में सरना आदिवासी धर्म कोड के प्रस्ताव को पास करने को लेकर आदिवासी समाज के लोग अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं. इसी को लेकर आदिवासियों ने राजभवन के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया और प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.
आदिवासी सेंगेल अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात के बाद कहा कि सरना धर्म कोड का प्रस्ताव केंद्र से पास कराने की मांग राज्यपाल से की है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विशेष सत्र बुलाकर सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव पास कर अपना पल्ला झाड़ लिया. बीजेपी ने भी सदन में हाथ उठाकर इसका समर्थन दिया लेकिन अब दोनों पार्टियां चुप बैठी है. दोनों पार्टी आदिवासियों की हितैषी नहीं है.
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अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद केंद्रीय सरना समिति और आदिवासी सेंगेल अभियान ने केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए 31 जवनरी को पूरे देश में राष्ट्रव्यापी रोड-रेल चक्का जाम करने का आह्वान किया है. आदिवासियों का कहना है कि 2021 में जनगणना होनी है. ऐसे में सरना धर्म कोड प्रस्ताव जल्द से जल्द पास किया जाए.