रांची: राजधानी रांची में एक बार फिर बाल श्रम का मामला सामने आया है. रातू थाना इलाके पुलिस को एक लावारिस बच्ची भटकती हुई मिली. जिसे पुलिस ने अपनी सुरक्षा में लेकर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिया. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने फिलहाल बच्ची को अपने आश्रय गृह में भेज दिया है. जहां पर बच्ची का ख्याल रखा जा रहा है.
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चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के रांची जिला के चेयरमैन अजय कुमार साह बताते हैं कि मंगलवार की देर शाम बच्ची रातू थाना की पुलिस को भटकती हुई मिली. बच्ची के शरीर पर काफी चोट है बच्ची की उम्र भी बहुत कम है. अजय कुमार साह ने बताया कि बच्ची की हालत देखने के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बच्ची बाल श्रम की शिकार हुई है. पीड़ित बच्ची के बयान के अनुसार वो बिहार के पटना जिला की रहने वाली है. हालांकि अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि बच्ची किसके घर पर काम करती थी.
उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में बच्ची को पहले स्वास्थ्य लाभ देकर ठीक किया जाएगा उसके बाद उसके द्वारा दिए गए बयान के अनुसार पुलिस की मदद से खोजबीन की जाएगी कि आखिर बच्ची की ऐसी हालात का जिम्मेदार कौन है? सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन ने बताया कि बच्ची को देखने के बाद यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि बच्ची को कई दिनों तक खाना भी नहीं दिया गया था और उसे एक कमरे में बंद करके रखा जाता था.
पीड़ित बच्ची को सीडब्ल्यूसी की टीम ने अपने पास रखा है. बच्ची काफी डरी और सहमी हुई है. बच्ची के शरीर के कई हिस्सों पर गहरे चोट के निशान हैं. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के द्वारा रातु थाना पुलिस को केस दर्ज करने के लिए कहा गया है. मामले पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं और बच्ची के साथ इस तरह का व्यवहार करने वाले शख्स पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.