रांची: झारखंड में नक्सलियों की दबिश को दोबारा कायम करने के लिए टॉप नक्सली नेता झारखंड में कैंप कर रहे हैं. झारखंड के सरायकेला जिले के कुचाई में बंगाल और झारखंड के शीर्ष माओवादियों का दस्ता कैंप चला रहा है. सरायकेला से ही झारखंड में संगठन में मजबूती बनाने के लिए माओवादियों के पश्चिम बंगाल कमेटी और सेंट्रल कमेटी सदस्य असीम मंडल उर्फ आकाश अपने दस्ते के साथ मौजूद है.
आईबी की सूचना पर अलर्ट हुआ मुख्यालय
रायसिंदरी हिल के दुर्गम पहाड़ियों पर एक करोड़ के ईनामी आकाश के साथ पश्चिम बंगाल स्टेट कमेटी के अतुल उर्फ पिंटू महतो, झारखंड रीजनल कमेटी के अमित मुंडा, जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक मौजूद हैं. ये माओवादी सरायकेला के कुचाई थाना क्षेत्र के रायसिंदरी हिल पर 40-45 हथियारबंद माओवादियों के साथ कैंप कर रहे हैं. आईबी ने पूरे मामले में झारखंड पुलिस को रिपोर्ट भेजी है, जिसके बाद राज्य पुलिस के स्तर से सतर्कता बरतने का आदेश जिलों के एसपी को दिया गया है.
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पतिराम की बिगड़ी तबीयत
झारखंड पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, एक करोड़ के ईनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल की तबीयत बिगड़ गई है. इस कारण वह घनें जंगल के बीच कुचाई के ही केंदेवरदा गांव में अस्थायी कैंप लगाकर अपने 10-12 साथियों के साथ रह रहा है. बता दें कि फरवरी महीने में कोल्हान इलाके में भाकपा माओवादियों के सेंट्रल कमेटी की बैठक हुई थी. बैठक में माओवादी सुप्रीमो नंबला केशव राव ने पतिराम को झारखंड में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी थी, साथ ही पतिराम उर्फ अनिल को संगठन में केंद्रीय कमेटी में प्रमोट किया गया था. तबीयत खराब होने के बाद पतिराम की जगह वर्तमान में आकाश को भेजा गया है.
आसपास के जिलों को भी सतर्क रहने का आदेश
माओवादी दस्ते के कुचाई में कैंप करने की सूचना पर रांची, खूंटी, चाईबासा और जमशेदपुर जिला को भी सतर्क किया गया है. कुचाई का इलाका रांची, खूंटी जिले से भी सटा हुआ है. माओवादियों ने अपनी भौगोलिक सुविधा के लिहाज से कुचाई का चयन किया है. राज्य पुलिस के द्वारा माओवादियों के हथियारबंद दस्ते की सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान की तैयारी भी की जा रही है.
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पड़ोसी राज्यों के साथ प्लानिंग तैयार
झारखंड, बंगाल और ओडिशा राज्यों की पुलिस आकाश के दस्ते को मार गिराने या दबाव डाल कर उन्हें सरेंडर करवाने की कोशिश में है. आईबी की सूचना के बाद इस मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय में बैठक भी हुई थी. जिसमें चर्चा हुई थी कि एक करोड़ के इनामी नक्सली आकाश और अनल की तलाश के लिए पुलिस ड्रोन और थर्मल इमेजिंग कैमरे का इस्तेमाल करेगी. ड्रोन से रात में उसपर नजर रखी जाएगी. ड्रोन और थर्मल इमेज कैमरे के साथ ही उनके विशेषज्ञों की टीम भी रहेगी, जो लगातार नक्सलियों की गतिविधियों के बारे में जानकारी देगी.