रांची: झारखंड का बड़ा हिस्सा वन भूमि और पठार है. इसके अलावा कुछ अन्य भौगोलिक स्थितियां ऐसी हैं जिसकी वजह से यहां आए दिन वज्रपात की घटनाएं देखने को मिलती हैं. सोमवार को फिर झारखंड में वज्रपात की घटना घटी है. राजधानी के कांके इलाके में वज्रपात की घटना में (Thunderstorm in Ranchi) एक व्यक्ति और दो जानवरों की मौत हो गई.
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घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कांके के सुकुरहुट्टू में शाम पांच बजे 62 वर्षीय बाबूलाल महतो पर ठनका गिरा, जिससे बुजुर्ग की मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि बाबूलाल महतो अपने घर से मवेशी लेकर खेत में चराने निकला था. इसी दौरान मूसलाधार बारिश होने लगी और आसमान में बिजली चमकने लगी.
बताया जा रहा है कि बारिश से बचने के लिए बाबूलाल महतो खेत में एक पेड़ के पास खड़ा हो गया. इस दौरान वज्रपात हुआ और बाबूलाल महतो वज्रपात की चपेट में आ गया. गांव वालों को जैसे ही पता चला कि बाबूलाल महतो की मौत हो गई. गांव वाले आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से मुआवजे की मांग करने लगे. इधर हादसे में दो जानवरों की भी मौत हुई है.
इधर, मामले की जानकारी पर पहुंचे स्थानीय नेता सीताराम मुंडा ने ग्रामीणों के आक्रोश को शांत किया और उन्हें आश्वासन दिया कि बाबूलाल महतो के परिजनों को आपदा प्रबंधन विभाग से मिलने वाली मुआवजा राशि दिलाने का प्रयास कराएंगे. बता दें कि झारखंड सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा वज्रपात में मरने वाले लोगों के परिजनों को आर्थिक मदद दी जाती है.