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रांची में तीन दिवसीय नाट्योत्सव का समापन, अंतिम दिन नाटक 'अंधेर नगरी चौपट राजा' का हुआ मंचन - Three-day theater festival concludes

रांची प्रेस क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय नाट्योत्सव का समापन हो गया. नाट्योत्सव के अंतिम दिन दो दिन नाटकों अंधेर नगरी चौपट राजा और "सोचो असल आजादी के नायक कौन रहे थे का मंचन किया गया.

रांची में तीन दिवसीय नाट्योत्सव का समापन
रांची में तीन दिवसीय नाट्योत्सव का समापन
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Published : May 2, 2022, 6:41 AM IST

Updated : May 2, 2022, 7:09 AM IST

रांची: राजधानी में प्रेस क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय नाट्योत्सव का भारतेंदु हरिश्चंद्र लिखित अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन के साथ संपन्न हो गया. रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, पर्यटन एवम कला संस्कृति,खेलकूद एवम युवा कार्य विभाग के सहयोग से आयोजित इस तीन दिवसीय नाट्योत्सव के अंतिम दिन दो नाटकों का मंचन हुआ. जिसमें पहला नाटक आजादी के वैसे वीर नायकों पर आधारित था जिन्होंने वीरता से आजादी की लड़ाई में अपना सबकुछ न्योछावर कर दिया पर इतिहास में उनकी वीर गाथा को जगह नहीं के बराबर मिली.

ये भी पढ़ें:- रांची यूनिवर्सिटी में लगी प्रदर्शनी, कई विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद हुए शामिल

सोचो असल आजादी के नायक कौन रहे थे: राकेश कुमार सिंह की महासमर उपन्यास पर आधारित नाटक "सोचो असल आजादी के नायक कौन रहे थे" को डालटनगंज के मासूम आर्ट ग्रुप के कलाकारों ने मंच पर जीवंत प्रस्तुति दी और यह बताया कि कैसे आजादी की लड़ाई में हम तात्या टोपे, लक्ष्मी बाई, कुंवर सिंह और कुछ वीरों को तो जानते हैं पर डालटनगंज,पलामू,विश्रामपुर,डोरंडा और अलग अलग क्षेत्रों में फिरंगियों के दांत खट्टे कर देने वाले वीरों की आजादी की लड़ाई में योगदान कम नहीं है.

देखें वीडियो

अंधेर नगरी चौपट राजा की प्रस्तुति: प्रेस क्लब रांची के तीन दिवसीय नाट्योत्सव का समापन भारतेंदु हरिश्चंद्र लिखित अंधेर नगरी चौपट राजा के सफल मंचन से हुआ. इस प्रस्तुति में खास बात यह रही कि कलम की धारदार लेखनी से व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले पत्रकारों ने मंच पर भी यह दिखाया कि कैसे जब कोई राज्य या शहर का प्रशासक चौपट हो जाता है तो वहां अराजकता आ जाती है और फिर उस राज्य का अंत कैसा होता है. पत्रकार कला मंच की प्रस्तुति अंधेर नगरी चौपट राजा नाटक में राजा की भूमिका में संदीप नाग,मंत्री राज सिंह,बनिया और कल्लू बनिया के रूप में संजय सिंह,गोवर्धन दास की भूमिका में अमित दास,संतोष मृदुला ने सब्जीवाला , सोनम गुप्ता मछलीवाली,रूपम नारंगी वाली और जयशंकर ने कसाई की भूमिका को जीवंत बना दिया. नाट्योत्सव के समापन समारोह में झामुमो के नेता सुप्रियो भट्टाचार्या, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष महुआ माजी ,सूचना आयोग के पूर्व अध्यक्ष हिमांशु शेखर चौधरी,प्रेस क्लब ऑफ रांची के अध्यक्ष संजय मिश्रा सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे.

रांची: राजधानी में प्रेस क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय नाट्योत्सव का भारतेंदु हरिश्चंद्र लिखित अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन के साथ संपन्न हो गया. रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, पर्यटन एवम कला संस्कृति,खेलकूद एवम युवा कार्य विभाग के सहयोग से आयोजित इस तीन दिवसीय नाट्योत्सव के अंतिम दिन दो नाटकों का मंचन हुआ. जिसमें पहला नाटक आजादी के वैसे वीर नायकों पर आधारित था जिन्होंने वीरता से आजादी की लड़ाई में अपना सबकुछ न्योछावर कर दिया पर इतिहास में उनकी वीर गाथा को जगह नहीं के बराबर मिली.

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सोचो असल आजादी के नायक कौन रहे थे: राकेश कुमार सिंह की महासमर उपन्यास पर आधारित नाटक "सोचो असल आजादी के नायक कौन रहे थे" को डालटनगंज के मासूम आर्ट ग्रुप के कलाकारों ने मंच पर जीवंत प्रस्तुति दी और यह बताया कि कैसे आजादी की लड़ाई में हम तात्या टोपे, लक्ष्मी बाई, कुंवर सिंह और कुछ वीरों को तो जानते हैं पर डालटनगंज,पलामू,विश्रामपुर,डोरंडा और अलग अलग क्षेत्रों में फिरंगियों के दांत खट्टे कर देने वाले वीरों की आजादी की लड़ाई में योगदान कम नहीं है.

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अंधेर नगरी चौपट राजा की प्रस्तुति: प्रेस क्लब रांची के तीन दिवसीय नाट्योत्सव का समापन भारतेंदु हरिश्चंद्र लिखित अंधेर नगरी चौपट राजा के सफल मंचन से हुआ. इस प्रस्तुति में खास बात यह रही कि कलम की धारदार लेखनी से व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले पत्रकारों ने मंच पर भी यह दिखाया कि कैसे जब कोई राज्य या शहर का प्रशासक चौपट हो जाता है तो वहां अराजकता आ जाती है और फिर उस राज्य का अंत कैसा होता है. पत्रकार कला मंच की प्रस्तुति अंधेर नगरी चौपट राजा नाटक में राजा की भूमिका में संदीप नाग,मंत्री राज सिंह,बनिया और कल्लू बनिया के रूप में संजय सिंह,गोवर्धन दास की भूमिका में अमित दास,संतोष मृदुला ने सब्जीवाला , सोनम गुप्ता मछलीवाली,रूपम नारंगी वाली और जयशंकर ने कसाई की भूमिका को जीवंत बना दिया. नाट्योत्सव के समापन समारोह में झामुमो के नेता सुप्रियो भट्टाचार्या, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष महुआ माजी ,सूचना आयोग के पूर्व अध्यक्ष हिमांशु शेखर चौधरी,प्रेस क्लब ऑफ रांची के अध्यक्ष संजय मिश्रा सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे.

Last Updated : May 2, 2022, 7:09 AM IST
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