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तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव की हुई शुरुआत, सांसद महुआ माजी और विधायक सरयू राय ने किया उद्घाटन

रांची में तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव का उद्घाटन राज्यसभा सांसद महुआ माजी और विधायक सरयू राय ने किया. तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन भी शामिल हो सकते हैं.

Three day Mithila Festival begins
Mithila Festival begins in Ranchi
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Published : Apr 15, 2023, 6:59 AM IST

Updated : Apr 15, 2023, 11:59 AM IST

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रांची: राजधानी रांची के अरगोड़ा मैदान में झारखंड मिथिला मंच के द्वारा तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव का आयोजन किया गया. शुक्रवार को देर शाम विधायक सरयू राय और राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया. जिसमें मिथिला समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे. झारखंड मिथिला मंच के वरिष्ठ सदस्य मनोज मिश्रा ने बताया कि तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव में मिथिला समाज के लोग अपनी संस्कृति और सभ्यता को दिखाएंगे. उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय इस महोत्सव में रांची के हरमू मैदान में लगे मेले में मिथिला समाज के लोग अपनी संस्कृति, परिधान, सभ्यता, भोजन एवं परंपराओं को दर्शाने का काम करेंगे.

ये भी पढ़ें: PM Rojgar Mela: झारखंड के 307 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत आला नेता हुए शामिल

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे शिरकत: कार्यक्रम की शुरुआत कवि सम्मेलन से की गई. जिसमें बिहार से आए मिथिला समाज के कई कवि और साहित्यकारों शामिल हुए. कार्यक्रम में आए कवियों ने भी मिथिला समाज की खूबसूरती और उनके संस्कृति को अपनी कविता के माध्यम से बताने का काम किया. माना जा रहा है कि तीन दिवसीय के इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शिरकत करेंगे और मिथिला समाज के लोगों के साथ मुलाकात कर उनकी समस्याओं के समाधान पर चर्चा करेंगे.

मैथिली भाषा को राज्य भाषा में शामिल करने की मांग: वहीं, इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले मिथिला समाज के लोगों ने सरकार से झारखंड में मिथिला को राज्य भाषा की श्रेणी में शामिल करने की मांग की. उनका कहना है कि राज्य में मिथिला समाज की आबादी अत्यधिक है. राजधानी रांची सहित धनबाद बोकारो जमशेदपुर जैसे जिलों में भी मिथिला समाज के लोग कई दशकों से रह रहे हैं. ऐसे में आबादी के आधार पर सरकार को मिथिला को राज्य भाषा की श्रेणी में शामिल करना चाहिए.

झारखंड के विकास में मिथिला समाज का अहम योगदान: कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने कहा कि झारखंड के विकास में मिथिला समाज का अहम योगदान है. इसीलिए तीन दिवस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे राज्य के मिथिला समाज के लोगों एकजुट होंगे. जहां आने वाले दिनों में अपने समाज और भाषा को मजबूत करने के लिए चर्चा करेंगे. दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम शनिवार को हरमू मैदान में मेले के रूप में आयोजित की जाएगी. इसमें हजारों की संख्या में मिथिला समाज के लोग और राज्य के कई गणमान्य लोग शामिल होंगे.

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रांची: राजधानी रांची के अरगोड़ा मैदान में झारखंड मिथिला मंच के द्वारा तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव का आयोजन किया गया. शुक्रवार को देर शाम विधायक सरयू राय और राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया. जिसमें मिथिला समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे. झारखंड मिथिला मंच के वरिष्ठ सदस्य मनोज मिश्रा ने बताया कि तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव में मिथिला समाज के लोग अपनी संस्कृति और सभ्यता को दिखाएंगे. उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय इस महोत्सव में रांची के हरमू मैदान में लगे मेले में मिथिला समाज के लोग अपनी संस्कृति, परिधान, सभ्यता, भोजन एवं परंपराओं को दर्शाने का काम करेंगे.

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कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे शिरकत: कार्यक्रम की शुरुआत कवि सम्मेलन से की गई. जिसमें बिहार से आए मिथिला समाज के कई कवि और साहित्यकारों शामिल हुए. कार्यक्रम में आए कवियों ने भी मिथिला समाज की खूबसूरती और उनके संस्कृति को अपनी कविता के माध्यम से बताने का काम किया. माना जा रहा है कि तीन दिवसीय के इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शिरकत करेंगे और मिथिला समाज के लोगों के साथ मुलाकात कर उनकी समस्याओं के समाधान पर चर्चा करेंगे.

मैथिली भाषा को राज्य भाषा में शामिल करने की मांग: वहीं, इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले मिथिला समाज के लोगों ने सरकार से झारखंड में मिथिला को राज्य भाषा की श्रेणी में शामिल करने की मांग की. उनका कहना है कि राज्य में मिथिला समाज की आबादी अत्यधिक है. राजधानी रांची सहित धनबाद बोकारो जमशेदपुर जैसे जिलों में भी मिथिला समाज के लोग कई दशकों से रह रहे हैं. ऐसे में आबादी के आधार पर सरकार को मिथिला को राज्य भाषा की श्रेणी में शामिल करना चाहिए.

झारखंड के विकास में मिथिला समाज का अहम योगदान: कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने कहा कि झारखंड के विकास में मिथिला समाज का अहम योगदान है. इसीलिए तीन दिवस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे राज्य के मिथिला समाज के लोगों एकजुट होंगे. जहां आने वाले दिनों में अपने समाज और भाषा को मजबूत करने के लिए चर्चा करेंगे. दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम शनिवार को हरमू मैदान में मेले के रूप में आयोजित की जाएगी. इसमें हजारों की संख्या में मिथिला समाज के लोग और राज्य के कई गणमान्य लोग शामिल होंगे.

Last Updated : Apr 15, 2023, 11:59 AM IST
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