रांची: झारखंड में निवास करने वाली केवट, मल्लाह और निषाद जाति जिन्हें चांय भी कहा जाता है, उन्हें झारखंड राज्य की अनुसूचित जाति की सूची में शामिल किया जाएगा. इसके लिए केंद्र सरकार से की जाने वाली अनुशंसा से संबंधित प्रस्ताव को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वीकृति दे दी है. इसे अब मंत्रिमंडल की बैठक में स्वीकृति के लिए रखा जाएगा.
इसे भी पढे़ं: एससी एसटी कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम हेमंत से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन
डॉ रामदयाल मुंडा जनजाति कल्याण शोध संस्थान से चांय (केवट, मल्लाह, निषाद) जाति को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल करने के संबंध में सामाजिक एवं शैक्षिक स्थिति की जांच कर अनुसूचित जाति की पात्रता के संबंध में प्रतिवेदन की मांग की गई थी. संस्थान ने विस्तृत अध्ययन करने के बाद जो प्रतिवेदन राज्य सरकार को सौंपा था, उसमें चांय (केवट, मल्लाह, निषाद) जाति को झारखंड राज्य के अनुसूचित जाति का दर्जा प्रदान करने की अनुशंसा केंद्र सरकार से करने की सिफारिश की गई थी.