रांची: कांके थाना क्षेत्र के आईटीबीपी स्थित मां विंध्यासनी स्टोन माइंस में 13 दिन पहले हुए हमले और अगजनी के मामले का रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस वारदात को टीएसपीसी नक्सलियों ने ही अंजाम दिया था. इस हमले में स्थानीय अपराधी भी शामिल हैं. इसकी जानकारी तब हुई जब बुढ़मू के तिरूफॉल के पास एक युवक से हुई लूटपाट के मामले में पुलिस की टीम ने महुआखुरा गांव निवासी वारिस अंसारी को गिरफ्तार किया.
ये भी पढ़ें: रांची में स्टोन माइंस पर हथियारबंद अपराधियों का हमला, टीपीसी के नाम पर मांगी लेवी
पूछताछ में आरोपी वारिस ने खुलासा किया है कि वह एरिया कमांडर विनोद महतो उर्फ मुरारी जी के लिए काम करता है. कांके के आईटीबीपी स्थित स्टोन माइंस में हुए हमले में भी वह शामिल था. उसने पुलिस को बताया कि माइंस के सुरक्षा गार्ड से उसने ही मोबाइल और अन्य चीजें लूट ली थी. आरोपी वारिस के अलावा पुलिस ने उमेडंडा निवासी प्रिंस कुमार जायसवाल को भी गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से पुलिस ने लूटे गए दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.
मामले का खुलासा करते हुए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि आरोपी वारिस ने हमले में शामिल संगठन के उग्रवादियों के नामों की भी पुलिस को जानकारी दी है. पूछताछ में उसने पुलिस को यह भी बताया कि स्थानीय लोगों ने ही संगठन को स्टोन माइंस की पूरी जानकारी मुहैया करायी थी.
सुरक्षा गार्ड से कहा टीएसपीसी से हैं हम: जानकारी के अनुसार आइटीबीपी कैंप के ठीक पीछे स्थित स्टोन माइन्स में बीते 10 जनवरी की रात 10 की संख्या में हथियारबंद उग्रवादी पहुंचे थे. यहां उन्होंने सबसे पहले गार्ड के साथ मारपीट कर उसका मोबाइल छीन लिया. गार्ड को उग्रवादियों ने बताया कि वह सभी टीएसपीसी संगठन से हैं और मालिक को बोल देना कि वह हमसे संपर्क करें. इस दौरान गार्ड से मारपीट करने के बाद सभी हथियारबंद युवक माइंस के अंदर प्रवेश कर गए और दो हाइवा में आग लगा दी थी. आग लगाने के बाद सभी हथियारबंद अपराधी माइंस के पीछे वाले रास्ते से फरार हो गए. जिस गार्ड को हथियार बंद अपराधियों के द्वारा मारपीट की गई उसने बताया कि 10 की संख्या में आए उग्रवादियों में से कई के पास छोटे हथियार थे. उन्होंने दोनों हाइवा पर चिंगारी जैसी कोई चीज फेंखी थी, जिसकी वजह से हाइवा में आग लगा था.
बुढ़मू में हथियार के बल पर की थी लूटपाट: बुढ़मू के पिरागुट्टू निवासी राजेश यादव नाम के व्यक्ति से 22 जनवरी को हथियार के बल पर बाइक सवार अपराधियों ने मोबाइल और चार हजार रुपए नगदी लूट लिया था. इस संबंध में राजेश ने वारिस समेत दो लोगों के खिलाफ बुढ़मू थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जिसमें बताया था कि उसे वारिस ने हथियार के बल पर तिरूफॉल के पास लूटपाट की थी. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने बीते रविवार की रात वारिस को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने प्रिंस को भी दबोचा. दोनों के पास से पुलिस ने मोबाइल फोन बरामद किए हैं. पुलिस आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है.