रांची: झारखंड में पिछले कई दिनों से एक बात की चर्चा हो रही है कि इस बार तो ठंड पड़ी ही नहीं. जनवरी के अंतिम सप्ताह में ही दोपहर के वक्त गर्मी का एहसास होना शुरू हो चुका था. इसकी वजह से लोग ऊनी कपड़ों से तौबा करने लगे थे. गाड़ियों में एसी चलनी शुरू हो गई थी. चर्चा इस बात की होने लगी थी कि अभी से ठंड के गायब होने का मतलब है कि इस बार जबरदस्त गर्मी पड़ेगी. ऐसी सोच रखने वाले सावधान हो जाएं क्योंकि अभी सर्दी गई नहीं है.
ये भी पढ़ें: पश्चिमी विक्षोभ का असर झारखंड में दिखा, शीतलहर की वजह से फिर बढ़ी ठंड, आसमान में छाए रहे बादल
राज्य के उत्तरी हिस्से में 1 फरवरी को गिरेगा पारा: रांची मौसम केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने वाली है. पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 32 डिग्री सेल्सियस चाईबासा में रिकॉर्ड हुआ है. जबकि सबसे कम 11 डिग्री सेल्सियस खूंटी में रिकॉर्ड हुआ है, लेकिन 1 फरवरी से झारखंड के उत्तरी क्षेत्र यानी संथाल परगना और पलामू-हजारीबाग में पारा गिरेगा. वहां 2 से 4 डिग्री तापमान कम होगा. पश्चिमी विक्षोभ के जाने के बाद ठंडी हवाओं के चलने से तापमान में गिरावट आने वाली है.
राज्य के अन्य हिस्सों में कैसा रहेगा मौसम: झारखंड के मध्य और दक्षिणी भाग में 2 फरवरी से अगले कुछ दिनों तक सर्दी बढ़ेगी. रांची में भी ठंड बढेगी. कोल्हान में भी पारा गिरेगा. बंगाल की खाड़ी में अंडमान सागर के आसपास डिप्रेशन क्रिएट हुआ है. इसकी वजह से 31 जनवरी को राज्य के अधिकांश हिस्सों में आंशिक बादल छाए रहेंगे. बुधवार दोपहर तक मध्य और दक्षिणी झारखंड में बादल नजर आएंगे. मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि 3 फरवरी के बाद न्यूनतम पारा में बढ़ोतरी होने लगेगी. दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ और अंडमान सागर के आसपास डिप्रेशन की वजह से पारा में गिरावट का अनुमान है.