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आरयू में कार्यरत घंटी आधारित शिक्षकों को नहीं मिल रहा मानदेय, कुलपति से शिक्षकों ने की मुलाकात - नियमित मानदेय भुगतान की मांग

रांची विश्वविद्यालय के अनुबंध सहायक अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति डॉ कामिनी कुमार से मुलाकात की. शिक्षकों ने हर माह नियमित मानदेय भुगतान की मांग कुलपति से की है. इस मामले को लेकर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन प्राध्यापकों को कुलपति ने दिया है.

Teachers meet Vice Chancellor regarding honorarium in ranchi
आरयू में कार्यरत घंटी आधारित शिक्षकों को नहीं मिल रहा मानदेय
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Published : Mar 17, 2021, 10:47 AM IST

रांची: आरयू के अनुबंध सहायक अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति डॉ कामिनी कुमार से मुलाकात की. विश्वविद्यालय में कार्यरत घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों की परेशानियों से एक बार फिर अवगत कराया. इनलोगों को नियमित रूप से इन्हें मानदेय नहीं मिल रहा है. ऐसे में आर्थिक परेशानियों से घंटी आधारित शिक्षक जूझ रहे हैं.

ये भी पढ़ें- मधुपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के बाद गरमाई राजनीति, सभी दलों ने किया जीत का दावा

नियमित मानदेय भुगतान की मांग

घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापकों का कहना है कि स्नातकोत्तर विभाग के साथ-साथ अंगीभूत कॉलेजों में भी ऐसे शिक्षक नियुक्त किए गए हैं. लेकिन इन शिक्षकों को नियमित रूप से प्रत्येक माह मानदेय का भुगतान नहीं दिया जा रहा है. इस वजह से ये लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे है. शिक्षकों ने हर माह नियमित मानदेय भुगतान की मांग कुलपति से की है. इस मामले को लेकर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन प्राध्यापकों को कुलपति ने दिया है.

आरयू सिंडिकेट के सदस्य बने दो प्रिंसिपल
रांची विश्वविद्यालय के सिंडिकेट कमेटी के 2 सदस्य मनोनीत किया गए हैं. मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ यू सी मेहता और आरएलएसवाई कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मनोज कुमार को सिंडिकेट का सदस्य विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बनाया है. रांची विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार और डीएसडब्ल्यू ने इन दोनों नए सदस्यों को शुभकामनाएं दी है.

जेएन कॉलेज धुर्वा में नामांकन में परेशानी
इधर जेएन कॉलेज धुर्वा में कुडुख भाषा विषय में विद्यार्थियों को एडमिशन लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि विश्वविद्यालय की ओर से कुडुख विषय में खाली सीटों को भरने के लिए चांसलर पोर्टल को एक बार फिर खोला गया है. लेकिन इसमें जेएन कॉलेज धुर्वा में कुडुख विषय दर्ज है ही नहीं, जिसके कारण बीए ऑनर्स में विषय का विकल्प चुनने का मौका विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है. इस भाषा विषय को लेकर पढ़ने वाले इच्छुक विद्यार्थी परेशानी में हैं. मामले को लेकर रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ पीके वर्मा से विद्यार्थियों ने मुलाकात कर अवगत कराया है.

मिड सेमेस्टर एग्जाम में देरी
रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न कॉलेजों और पीजी विभागों में स्नातक और स्नातकोत्तर सेमेस्टर वन की मिड सेमेस्टर की परीक्षा आयोजन नहीं होने से विद्यार्थी काफी परेशान है. एकेडमिक कैलेंडर के तहत पिछले साल 1 नवंबर से ही सत्र शुरू हो गया था. सिलेबस ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पूरा किया गया है. लेकिन विद्यार्थियों के अब तक मिड सेमेस्टर की परीक्षा आयोजन नहीं किया गया. विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि विश्वविद्यालय के परीक्षा बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि मिड सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन होगी. इसी के आधार पर विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा. जबकि अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा ऑफलाइन लिए जाने को लेकर सहमति बनी है.

आईआईएम शुरू करेगी जर्नल
आईआईएम रांची में प्रतिष्ठित प्रकाशन एमराल्ड पब्लिशिंग यूके के साथ आईआईएम रांची जनरल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज नामक जर्नल शुरू करने का निर्णय लिया है. यह 2 साल का अंतरराष्ट्रीय जर्नल होगा. इसके पहले अंक का लोकार्पण जनवरी 2022 में किया जाएगा. यह एक पत्रिका है. इसमें अवसरों, चुनौतियों और प्रबंधन से संबंधित क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान होगा. आईआईएम रांची जर्नल ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीस का फायदा विद्यार्थियों को होगा. साथ ही रिसर्च करने वाले लोगों को भी इससे लाभ मिलेगा.

रांची: आरयू के अनुबंध सहायक अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति डॉ कामिनी कुमार से मुलाकात की. विश्वविद्यालय में कार्यरत घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों की परेशानियों से एक बार फिर अवगत कराया. इनलोगों को नियमित रूप से इन्हें मानदेय नहीं मिल रहा है. ऐसे में आर्थिक परेशानियों से घंटी आधारित शिक्षक जूझ रहे हैं.

ये भी पढ़ें- मधुपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के बाद गरमाई राजनीति, सभी दलों ने किया जीत का दावा

नियमित मानदेय भुगतान की मांग

घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापकों का कहना है कि स्नातकोत्तर विभाग के साथ-साथ अंगीभूत कॉलेजों में भी ऐसे शिक्षक नियुक्त किए गए हैं. लेकिन इन शिक्षकों को नियमित रूप से प्रत्येक माह मानदेय का भुगतान नहीं दिया जा रहा है. इस वजह से ये लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे है. शिक्षकों ने हर माह नियमित मानदेय भुगतान की मांग कुलपति से की है. इस मामले को लेकर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन प्राध्यापकों को कुलपति ने दिया है.

आरयू सिंडिकेट के सदस्य बने दो प्रिंसिपल
रांची विश्वविद्यालय के सिंडिकेट कमेटी के 2 सदस्य मनोनीत किया गए हैं. मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ यू सी मेहता और आरएलएसवाई कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मनोज कुमार को सिंडिकेट का सदस्य विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बनाया है. रांची विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार और डीएसडब्ल्यू ने इन दोनों नए सदस्यों को शुभकामनाएं दी है.

जेएन कॉलेज धुर्वा में नामांकन में परेशानी
इधर जेएन कॉलेज धुर्वा में कुडुख भाषा विषय में विद्यार्थियों को एडमिशन लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि विश्वविद्यालय की ओर से कुडुख विषय में खाली सीटों को भरने के लिए चांसलर पोर्टल को एक बार फिर खोला गया है. लेकिन इसमें जेएन कॉलेज धुर्वा में कुडुख विषय दर्ज है ही नहीं, जिसके कारण बीए ऑनर्स में विषय का विकल्प चुनने का मौका विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है. इस भाषा विषय को लेकर पढ़ने वाले इच्छुक विद्यार्थी परेशानी में हैं. मामले को लेकर रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ पीके वर्मा से विद्यार्थियों ने मुलाकात कर अवगत कराया है.

मिड सेमेस्टर एग्जाम में देरी
रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न कॉलेजों और पीजी विभागों में स्नातक और स्नातकोत्तर सेमेस्टर वन की मिड सेमेस्टर की परीक्षा आयोजन नहीं होने से विद्यार्थी काफी परेशान है. एकेडमिक कैलेंडर के तहत पिछले साल 1 नवंबर से ही सत्र शुरू हो गया था. सिलेबस ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पूरा किया गया है. लेकिन विद्यार्थियों के अब तक मिड सेमेस्टर की परीक्षा आयोजन नहीं किया गया. विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि विश्वविद्यालय के परीक्षा बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि मिड सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन होगी. इसी के आधार पर विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाएगा. जबकि अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा ऑफलाइन लिए जाने को लेकर सहमति बनी है.

आईआईएम शुरू करेगी जर्नल
आईआईएम रांची में प्रतिष्ठित प्रकाशन एमराल्ड पब्लिशिंग यूके के साथ आईआईएम रांची जनरल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज नामक जर्नल शुरू करने का निर्णय लिया है. यह 2 साल का अंतरराष्ट्रीय जर्नल होगा. इसके पहले अंक का लोकार्पण जनवरी 2022 में किया जाएगा. यह एक पत्रिका है. इसमें अवसरों, चुनौतियों और प्रबंधन से संबंधित क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान होगा. आईआईएम रांची जर्नल ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीस का फायदा विद्यार्थियों को होगा. साथ ही रिसर्च करने वाले लोगों को भी इससे लाभ मिलेगा.

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