रांची: चतरा के पिपरवाड़ में रहने वाले टाना भगत समाज के लोग मंगलवार को मुख्यमंत्री के पास अपनी समस्या सुनाने के लिए विधानसभा सदन पहुंच गए, जहां उन्होंने अपने पारंपरिक अंदाज में घंटी बजाकर मुख्यमंत्री का आभार जताया.
दरअसल चतरा के ठेठनगई गांव में सीसीएल खनन का काम कर रही है, जिसके कारण टाना भगत के लोगों की जमीन खाली रह गई है. ऐसे में उन्हें सीधा नुकसान हो रहा है. ग्रामीणों को उनकी खोई हुई जमीन के मुआवजे को लेकर भी सीसीएल कोई आश्वासन नहीं दे रहा है. अपनी बर्बाद हो रही जमीन को बचाने को लेकर टाना भगत समाज के लोग बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद के साथ मुख्यमंत्री से गुहार लगाने विधानसभा पहुंचे, ताकि सीसीएल की मनमानी पर रोक लग सके.
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चतरा से आए टाना भगत का नेतृत्व कर रही बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद ने बताया कि टाना भगत समाज के लोगों का जीवन काफी सरल होता है, उन्हें रोटी, कपड़ा और मकान के अलावा किसी चीज की जरूरत नहीं होती, लेकिन सीसीएल ने इनकी इन तीन बुनियादी चीजों पर भी हमला कर रही है, इसीलिए मुख्यमंत्री के पास इनकी समस्या का ज्ञापन दिया गया है. उन्होंने कहा कि इनकी समस्या का निदान जल्द ही मख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे.
वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी टाना भगत की समस्या को देखते हुए कहा है कि जल्द ही इन्हें अपना अधिकार दिलाने के लिए अधिकारियों से बात की जाएगी, ताकि सीसीएल के किसी प्रोजेक्ट से यहां के मूलवासी और आदिवासियों को कोई परेशानी ना हो.