पटना: मंत्रिमंडल विस्तार पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. और बयानबाजी भी इस मुद्दे पर जमकर हो रही है. सत्ता पक्ष लगातार कह रहे हैं कि समय पर मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा. कहीं कोई परेशानी नहीं है. मंत्रिमंडल में जदयू खेमे से कई दावेदार हैं और पार्टी के शीर्ष नेताओं के सामने कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति भी दिखा रहे हैं.
जदयू कोटे से 10 मंत्री तक बनाए जा सकते हैं
बिहार में अभी नीतीश कुमार के साथ कुल 14 मंत्री हैं. जहां जदयू कोटे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चार और मंत्री हैं, तो वहीं बीजेपी कोटे से उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद और उपमुख्यमंत्री रेणू देवी के साथ कुल 7 मंत्री हैं. इसके अलावा हम और वीआईपी से एक-एक हैं.
कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते
बिहार में कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं. ऐसे में जदयू कोटे से 10 मंत्री और बनाए जा सकते हैं. जदयू खेमे में कई दावेदार हैं. पूर्व मंत्री श्रवण कुमार का नाम सबसे आगे हैं तो वहीं महेश्वर हजारी भी दावेदारों में हैं. ऐसे नरेंद्र नारायण यादव, नीरज कुमार और संजय झा भी फिर से मंत्री के दावेदारों में माने जा रहे हैं.
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हारे हुए पूर्व मंत्री भी उम्मीद नहीं छोड़ रहे
चुनाव हार चुके कई पूर्व मंत्री लगातार पार्टी के शीर्ष नेताओं के सामने कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति भी दर्ज करा रहे हैं. और पार्टी कार्यालय में भी कई बार नीतीश कुमार से मिल चुके हैं. ऐसे मंत्रियों में पूर्व शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा और पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह भी शामिल है.
महिलाओं को अधिक स्थान
पार्टी इस बार महिलाओं को भी और अधिक स्थान मंत्रिमंडल में दे सकती है. लेसी सिंह, बीमा भारती के नामों की भी चर्चा है. जहां तक अल्पसंख्यक वर्ग की बात है तो इस बार जदयू कोटे से 11 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा गया था. लेकिन एक भी चुनाव नहीं जीत पाए. ऐसे में देखना है क्या पार्टी इस बार जदयू कोटे से किसी अल्पसंख्यक को मौका देती है.